रतलाम। खेजड़ी काटने की रस्म के लिए रास्ते में रुकी बरात के दौरान की गई आतिशाबाजी से उड़ी चिंगारी से खेत में लगी आग बुझाने दौड़े बारातियों में से दो बराती अंधेरे में कुएं में गिर गए। एक को रात में ही कुएं से निकाल लिया गया। जबकि दूसरे युवक का शो रविवार सुबह निकल जा सका। एनडीआरएफ की टीम, पुलिस, ग्रामीण रात से अभियान में लगे हुए थे।
घटना सैलाना पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम भेसा डाबर के पास की है। पिपलोदा क्षेत्र के ग्राम बरोड़ा से एक बारात शनिवार रात करीब नो बजे सैलाना क्षेत्र के ग्राम भेसा डाबर जा रही थी। रास्ते में बरात में शामिल लोग खेजड़ी काटने के लिए रुके। इसी दौरान बरातीयो ने वहा आतिशबाजी शुरू कर दी। आतिशबाजी से निकली चिंगारी आसपास के खेतो में जाने लगी। चिंगारी से खेत में आग नही लग जाए इसके लिए कुछ बराती आग बुझाने अंधेरे में खेतो की ओर दौड़े। इसी दौरान दो बराती अजय पिता बाबूलाल और विनोद पिता रामप्रसाद एक कुएं में जा गिरे। दोनांे के कुएं में गिराने के बाद बारातियों में अफरा तफरी मच गई। मौके पर मौजूद कुछ बराती कुएं में गिरे दोनों बरातियों को निकलने की कोशिश करने लगे। कुछ ने घटना की सूचना सैलाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सैलाना पुलिस थाना प्रभारी अयूब खान पुलिस दल सहित मौके पर पहुंचे। लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले ही बरातियों ने कुएं में गिरे दो बरातियों में से एक बराती अजय पिता बाबूलाल निवासी बरोड़ा को निकाल लिया था। डायल 100 के पहुंचने पर उसे तुरंत इलाज के लिए सैलाना चिकित्सालय पहुंचाया। जहा उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंचे सैलाना थाना प्रभारी अयूब खान ने कुएं में पानी होने से दूसरे बराती की खोज के लिए एनडीआरएफ को बुलाया गया। देर रात तक एनडीआरएफ द्वारा कुएं में सर्चिंग का काम जारी था। रविवार सुबह एनडीआरएफ और सैलाना पुलिस की टीम द्वारा फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया। दूसरे युवक का शव रविवार सुबह निकाल जा सका।