नीमच। आज दोपहर नीमच के कनावटी रोड पर उस वक्त एक बड़ा हादसा टल गया, जब प्रधानमंत्री आवास योजना के ठीक सामने स्थित पुराने नगरपालिका चुंगी नाका कार्यालय में अचानक आग लग गई। इस जीर्ण-शीर्ण कार्यालय में एक मानसिक रूप से कमजोर महिला मौजूद थी, जिसने अंदर ढेर सारा कूड़ा-कचरा, पुराने कपड़े और बिस्तर जमा कर रखा था।
आग तेजी से फैल रही थी और लपटें विकराल रूप ले रही थीं, लेकिन अंदर फंसी महिला बाहर निकलने को तैयार नहीं थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया। तभी देवदूत बनकर सामने आया गऊ सेवा दल नीमच का जल वाहन! पानी से लदा यह वाहन आग की लपटों को देखकर तुरंत रुक गया। गौ सेवा दल के सदस्यों ने एक पल भी बर्बाद नहीं किया।
उन्होंने लोगों के साथ मिलकर जान जोखिम में डालकर महिला को जबरदस्ती आग की लपटों के बीच से बाहर निकाला। यह बचाव कार्य इतना महत्वपूर्ण था कि अगर पांच मिनट और देर होती तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी। महिला को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद, गौ सेवा दल के सदस्यों ने अपने जल वाहन के पानी से आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। उनके इस त्वरित और साहसिक प्रयास से आग की तीव्रता काफी कम हो गई। कुछ ही देर बाद फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई और शेष आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया। इस पूरे बचाव अभियान में गौ सेवक मितेश अहीर का अदम्य साहस, आवासीय निर्माण के इंचार्ज अनिल मिश्रा, अनिल वर्मा, नारायण गुर्जर और वहां मौजूद राहगीरों का भरपूर सहयोग रहा। इन सभी की जांबाजी और समय पर की गई कार्रवाई ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया।