झुण्डपुरा। कस्बे के कैनाल नहर किनारे स्थित प्राचीन धोरेट सरकार मन्दिर पर मंशा पूर्ण हनुमान के सानिध्य में चल रही श्रीमद भागवत कथा में कथा व्यास पण्डित लवकुश शर्मा ने कहा भगवान की कथा सुनने से मनुष्य के जीवन में सुख शांति समृद्धि और आंनद का समावेश होता है। भगवान सांसारिक बस्तुओं से प्रसन्न नहीं होते वे केवल भाव के भूखे है,उन्हें सच्चे भाव से जो सच्चा प्रेम करते है, उनके जरा से पुकारने से ईश्वर दौडे चले आते है,भगवान की जो सच्ची भक्ति भाव से करते है उन प्राणियों पर सदैब भगवत कृपा प्राप्त होती हैं। भगवान की कथा अमृत है इसका श्रवण करने से मनुष्य का कल्याण हो जाता है भगवान की कृपा प्राप्त होती है।इससे पूर्व कथा मे भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुन्दर वर्णन किया।
भगवान की कथा उत्सव में कथा व्यास लवकुश शर्मा ने गीतों के साथ सुन्दर भजन संगीत के साथ गाये जिसमें श्रृद्धालु महिला पुरुष झूम कर नाचे। मित्रता हो कृष्ण सुदामा जैसी सुदामा की कथा का मार्मिक वर्णन किया और कहा कि जब तक जीव भगवान से दूर रहता है तब तक उसे कष्ट आते हैं जब जीव ईश्वर की शरण में जाता है तो ईश्वर उसे आनंद सुख समृद्धि सब कुछ देकर उसका कल्याण करते हैं। मित्रता कृष्ण और सुदामा जैसी हो। भगवान श्रीकृष्ण ने बताया कि अपने मित्र को कैसी भी परिस्थिति हो तो भी भूलना नहीं चाहिए सदैव उसका साथ देना चाहिए।