बैतूल। प्रसिद्ध बालाजीपुरम मंदिर में शनिवार रात जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिर परिसर को द्वापर युग का स्वरूप दिया गया, जहां भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का दृश्य लाइट और साउंड इफेक्ट के साथ जीवंत किया गया।
मंदिर में तैयार किए गए भव्य सेट पर कंस का कारागार, देवकी-वासुदेव का संवाद, श्रीकृष्ण का जन्म और वासुदेव द्वारा टोकरी में शिशु कृष्ण को लेकर उफनती यमुना पार करने का दृश्य मनमोहक रहा। जैसे ही वासुदेव कृष्ण को ब्रजधाम लेकर पहुंचे, आतिशबाजी और ढोल-नगाड़ों से पूरा वातावरण कृष्णमय हो उठा।
बरहापुर नवयुवक रामलीला मंडल ने इस मंचन का दायित्व संभाला और अपने अभिनय से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। श्रद्धालुओं का कहना था कि मानो सचमुच द्वापर युग जीवंत हो उठा हो।
इस बार के आयोजन को लेकर कई हफ्तों तक तैयारियां की गईं। विशेष लाइट-साउंड व्यवस्था, भव्य सजावट और मंचन की शानदार प्रस्तुति ने जन्माष्टमी को और भी यादगार बना दिया। इस मौके पर मंदिर संस्थापक सैम वर्मा, उनकी धर्मपत्नी, परिजन और मंदिर व्यवस्थापक सुनील द्विवेदी ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की।