देवास। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस उत्सव के सात दिवसीय कार्यक्रमों के अंतर्गत जल संरचनाओं के संरक्षण/ पुनर्रुद्धार, भूजल पुनर्भरण, जल के अपव्यव को रोकने के लिए जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय पर संगोष्ठी/सम्मलेन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल संसाधन विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारीगण जन प्रतिनिधिगण उपस्थित हुए।
कार्यक्रम में सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग देवास व्ही.एस. रावत ने पेयजल स्त्रोतों के संरक्षण/ पुनर्रुद्धार, भूजल पुनर्भरण करने के लिए ग्रामीण जनों को कम खर्च से वर्षा के जल को संचय करने की तकनीक पर जानकारी दी। सहायक यंत्री जल संसाधन विभाग देवास गंजन सक्सेना ने जल के अपव्यव को रोकने एवं जल के इष्टतम उपयोग करने के लिए ग्रामीण जनों को स्प्रिंकलर एवं ड्रिप इरिगेशन से सिंचाई करने की जानकारी दी।
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग देवास एन.एस. भिड़े ने जल जीवन मिशन के सफलता एवं हर घर नल से जल के लिए पेयजल स्त्रोतो को भूजल पुनर्भरण करने को अनिवार्य रूप से अपनाने के लिए समस्त नागरिको का कर्तव्य बताते हुए कहा की पेयजल स्त्रोत सालो साल तक पुनर्जीवित रहे इसके लिए पुरानी जल संरचनाओं के संरक्षण/पुनर्रुद्धार किया जाये। जल के जीतनी आवश्यकता उतना ही उपयोग के लिए जमीं से निकला जाये। उन्होंने जल के अपव्यव को रोकने के लिए मार्गदर्शन एवं सुझाव दिए। कार्यक्रम में सामाजिक संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों ने भी जानकारी एवं अपने अपने सुझाव दिए। कार्यक्रम में जिला सलाहकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग देवास रश्मि रोकड़े ने कार्यक्रम में पधारे सभी अधिकारी कर्मचारी तथा सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारीगण, जन प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।