सरवानियां महाराज। उज्जैन में चल रहे स्वर्णिम चातुर्मास में तपस्या का अनूठा ठाठ देखने को मिल रहा है। राष्ट्रसंत श्रमण संघ के द्वितीय पट्टधर प.पू. आचार्य श्री आनंदऋषिजी म.सा., वर्तमान आचार्य प.पू. डॉ. शिवमुनिजी म.सा., युवाचार्य प.पू. महेंद्रऋषिजी म.सा., महाराष्ट्र प्रवर्तक प.पू. कुंदनऋषिजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी, मालव ज्योति प.पू. श्री वल्लभकुंवरजी म.सा. की सुशिष्या, मालवकीर्ति उपप्रवर्तिनी पूज्या कीर्तिसुधाजी म.सा. आदि ठाणा-4 के पावन सानिध्य में यह चातुर्मास चल रहा है।
इसी तपोत्सव में ग्राम मोरवन के पत्रकार विमल जैन की भांजी कु. तान्या (पिता दृ पवन वनवट) ने 31 उपवास की कठिन तपस्या पूर्ण की है। तान्या की तपस्या यहीं नहीं रुकी, बल्कि वे इसे आगे भी अनवरत जारी रखे हुए हैं। धर्ममय वातावरण में तान्या की इस तपस्या को साधु-साध्वियों का आशीर्वाद और समाजजनों की शुभकामनाएँ प्राप्त हो रही हैं।