चित्तौड़गढ़। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिला एवं सेशन न्यायालय परिसर चित्तौड़गढ में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश चित्तौड़गढ ओमी पूरोहित की अध्यक्षता में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश भानू कुमार द्वारा रक्तदान कर रक्तदान शिविर का शुभारम्भ किया गया। रक्तदान शिविर में पैनल अधिवक्तागण, न्यायिक कर्मचारीगण, होमगार्ड्स द्वारा रक्तदान किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भानू कुमार ने बताया कि जरुरतमंदो को रक्त सही समय पर पहुँचाना और उनकी जान बचाना ही रक्तदान का उद्देश्य है। सुरक्षित रक्त की जरूरत हर जगह है। इलाज के दौरान अक्सर सुरक्षित रक्त महत्वपूर्ण होता है। यह जीवन को बचाने वाली जरूरतों में से एक है। सभी प्रकार की आपात स्थितियों (प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, सशस्त्र संघर्ष आदि) के दौरान घायलों के इलाज के लिए रक्त भी अहम है और मातृ और नवजात देखभाल में एक आवश्यक, जीवन रक्षक भूमिका है। इसीलिए मानव सेवा के लिऐ रक्तदान करना चाहिए। लोगो को अधिक से अधिक रक्तदान करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर पर अभिभाषक संध अध्यक्ष सुरेन्द्र नाथ योगी, सचिव पुष्पेन्द्र औझा, निलेश भटनागर पूर्व अध्यक्ष सावन श्रीमाली, पैनल अधिवक्ता राजेन्द्र सिंह राठौड़, जतिन वर्डिया, इमरान मन्सूरी, उपस्थित रहकर सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया। रक्तदान हेतु मेडिकल टीम डॉ अनिल सैनी, टेक्नीशियन लीलाशंकर, काउंसलर भानू मंगल, विनोद राठौड़, लोकेश पूरणमल द्वारा रक्तदाताओं की आवश्यक जॉंच कर रक्तदान में सहयोग किया गया।
अन्त में रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान करने पर अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आभार व्यक्त करते हुए प्रशंसा स्वरूप प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मेडिकल टीम, रक्तदाताओं एवं कार्यक्रम में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयागे करने वाले समस्त सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।