नीमच। नीमच नगरपालिका हमेशा से ही अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रही है। जिस प्रकार से लंबे समय से नीमच नगर पालिका में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचारी का खेल चलता रहा है क्या फिर नीमच नगर पालिका उसी ढर्रे पर आने वाली है या फिर इस बार चुने हुए जनप्रतिनिधियों की नजर कहीं और होगी यह शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। उक्त आरोप नीमच नगर पालिका के पूर्व पार्षद एडवोकेट अमित शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लगाए।
एडवोकेट शर्मा ने आगे बताया कि उड़ती-उड़ती खबर यह है कि जब 2 साल तक नीमच नगरपालिका प्रशाशक के द्वारा चलाई गई तब कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार पर कुछ लगाम लगती नजर आई थी। परंतु पुनः नगर पालिका का गठन होने के बाद अब फिर नीमच नगर पालिका में कमीशन खोरी के नाम पर बंदरबांट का खेल शुरू होने वाला है ! नीमच नगर पालिका में कंसलटेंट नियुक्त करने के नाम पर भी पहले कई बार कमीशन खोरी का आरोप लग चुके हैं वही पूर्व परिषद में भी कमीशन खोरी की शिकायत लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में पेंडिंग पड़ी है उससे पहले परिषद में पेयजल परिवहन एवं पेवर ब्लॉक टाइल के नाम पर कमीशन का बड़ा खेल खेला गया था। वही नीमच नगर पालिका परिषद में पार्षद के पद पर रहते हुए कुछ भू माफियाओं ने नीमच नगर पालिका की जमीनों पर कॉलोनी काट दी और उसे पड़ पर बैठे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर उसे ठिकाने लगा दिया।
आगे शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से चुनाव के पुरुष राजनीति दलों के लोग इमानदारी का ढोंग रचाते हैं और कुर्सी पर बैठते हैं वह अपनी इमानदारी की क़समों को भूल शहर और परिषद को बेचने का खेल शुरू कर देते हैं क्या वह खेल फिर से नगरपालिका में शुरू होने वाला है यह आमजन के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है ! जिस प्रकार से एक दूसरे के घोर विरोधी बनने वाले प्रमुख दल कुर्सी पर बैठने के बाद मिलीजुली सरकार चलाकर नूरा कुश्ती करते हैं यह आम जन समझ चुका है और उसे अब यह समझ आ चुका है कि कुर्सी पर चाहे कोई भी बैठे जो होता था वह ही होगा और आम जनता हमेशा की तरह ठगी जाएगी ।