खरगोन। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति जीसी मिश्रा ने बुधवार को एक निजी नर्सिंग कॉलेज में आयाुजित विधिक साक्षरता शिविर में नशे से दूर रहने तथा नशीली दवाओं के दुरूपयोग बताएं। उन्होंने कहा कि उत्सुकतावश या अपने जीवन से हारकर लोग नशा करना चालू करते है और वो इस दलदल में बहुत बुरे फसते जा रहे है। हमें नशे जैसी चीज को एक शौक के रूप में भी प्रयोग नहीं करना चाहिए। हमें जितना हो सके इससे दूर ही रहना चाहिए और ज्यादातर युवाओं को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के बारे में कहा कि यदि आप वाहन चला रहे है तो आपके पास लाइसेंस एवं गाडी का बीमा होना अत्यन्त आवश्यक है। यदि आपके पास लाइसेंस एवं गाडी का बीमा नहीं है और कोई दुर्घटना घटित हो जाती है तो भारी आर्थिक परेशानियांे का सामना तो करना पड सकता है और जेल भी हो सकती है। साथ ही उन्होंने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, महिला संबंधी कानून, मध्यस्थता योजना, सामान्य कानून एवं विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी दी।
डॉ. चेतन पठौते ने अस्थि रोग संबंधी एवं जनसाहस संस्था के समन्वयक इरफान खान द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं एवं महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सहयोग एवं उन्हे जागरूक करने व किस प्रकार कार्य किया जाता है के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम में कॉलेज डायरेक्टर अशोक दीक्षित, प्राचार्य अरूणा सेबले, तहसील विधिक सेवा समिति से नीलम ओमप्रकाश पगारे, परसराम गंधारे, कॉलेज कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।