सरवानिया महाराज। नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक नर्स की लापरवाही से डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो गई है। इससे व्यतीत परिजनों ने जिला कलेक्टर दिनेश जैन को दरख्वास्त देकर नर्स निकिता शर्मा पर कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरवानिया महाराज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 21 जुलाई को रात्रि मे ड्यूटी पर रहनेवाली नर्स निकिता शर्मा की लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल में डिलीवरी कराने पहुंची ग्राम गोठड़ा तहसील जावद की महिला के नवजात बच्चे की लापरवाही के चलते मौत हो गई। घटना के बाद परिजन ने डिलीवरी वार्ड में पदस्थ ड्यूटी नर्स निकिता शर्मा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कहा कि 22 वर्षीय साधना पति पवन दास को 21 जुलाई को रात्रि में 11.30 बजे उसके परिजन 108 एम्बुलेन्स की मदद से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सरवानिया महाराज गर्भावस्था में प्रसव पीड़ा होने पर लेकर आये, किन्तु रात्रि में पीएचसी पर कोई भी स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित नहीं था। मात्र एक सफाईकर्मी महिला उपस्थित थी। उस समय उक्त नर्स निकिता शर्मा की रात्रि डयुटी थी, किन्तु उक्त घटना के दिन वो ड्यूटी से नदारद थी ओर 22 जुलाई 2023 को सुबह 5 बजे हॉस्पिटल पहुंची।
पीड़िता के पिता नारायणदास बैरागी ने बताया कि मेरी पुत्री ने अगले ही बच्चे को जन्म दे दिया जो कि मृत था। उक्त डाक्टर की लापरवाही से मेरी पुत्री का समय पर उपचार नही हो पाया। नर्स निकिता को पता चल गया था की बच्चा मृत है उसके बाद उनके द्वारा कहा गया कि इन्हें शासकीय चिकित्सालय नीमच लेकर जाओ। अपने आपको बचाने हेतु यह प्रयास किया गया। बैरागी ने बताया कि रात्रि 11.30 बजे नर्स आन ड्यूटी निकिता शर्मा को फोन कर अस्पताल आने की बोला लेकिन वो सुबह 5 बजे अस्पताल आई और आनन फानन मे डिलीवरी कराई। लापरवाही के कारण बच्चे की जान चली गई। मामले मे पीएचसी मेडिकल आफिसर डॉ संदीप शर्मा ने कहा कि नवजात ने थेली फटने के साथ ही गंदा पानी मुँह में चला गया था। मेडिकल कारण रहे हैं हम जांच कर रहे है की ऐसा कैसे हो गया। हमें भी दुःख है नवजात की मौत का।
2 फिंगर, नार्मल डिलीवरी थेली फटने के साथ ही गंदगी मुंह में-
मामले नर्स निकिता शर्मा ने बताया कि 2 फिंगर की स्थिति थी, डिलीवरी के साथ थेली फुटी और इसी के साथ बच्चा बाहर आया तो गंदा पानी मुंह मे चला गया। गले मे नाल थी नार्मल डिलीवरी कराई। नवजात को सक्सन व पंप कर धड़कन 140 तक ले आये थे। स्थिति को देख रैफर किया था। बच्चे ने थेली के अंदर ही लेट्रिन की थी जिसकी वजह से गंदगी मुँह मे चली गई होगी। हमने नवजात को बचाने के हर संभव कोशिश की।
नर्स की लापरवाही से गई नवजात की जान-
जच्चा साधना बैरागी के पिता नारायण दास बैरागी ने बताया कि सरवानिया महाराज पीएचसी के आसपास कई गांव है। रात्रि में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी गायब रहते है। मेने रात्रि 11.30 बजे नर्स निकिता शर्मा को अस्पताल बुलाया लेकिन वो घर से सुबह 5 बजे अस्पताल आई तब तक मेरी पुत्री प्रसव पीड़ा से कहरा रही थी। डिलीवरी के बाद ही कह दिया नीमच जाओ, जबकि नर्स निकिता शर्मा के आने के जस्ट बाद ही डिलीवरी हो गई थी। लापरवाही बरती गई है जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर को लिखित की है। लापरवाही के कारण नवजात की मौत हो गई।