कसरावद तहसील | बलकवाड़ा थाने की घटना वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश व निर्देश का पालन करते टीम ने घटना को 3 दिन में किया खुलासा बारीकी से लेना शुरू किया तो एक दिलचस्प कहानी निकलकर बाहर आई घटना स्थल ग्राम दखानीपुरा निवासी मृतक नरसिंह पिता मगतिया उम्र 65 साल के आरोपी सुरलीबाई पति स्वर्गीय हीरालाल उम्र 35 साल निवासी दखनीपुरा एवं रतन पिता भग्गु नरगावे जो आरोपी सुतलीबाई का प्रेमी था एवं बेटा दिलीप पिता स्व .हीरालाल भिलाला उम्र 17 वर्ष निवासी दखनीपुरा तीनों ने योजना बनाई की आए दिन ये नारसिंह अपने को बुरा भला बोलता रहता है सुरली बाई एवं रतन को मिलने से रोकता है एवं बुरा भला बोलना गाली गलौज कर मारपीट करता है एवं रतन ने सुरली बाई के लडके दिलीप को भी बहला भुसला कर बोला कि में तुझे पैसे भी देता हु और तुमारी हर काम में मदत भी करता हु और तेरे दादा मुझे भी तेरे घर तरफ नहीं आने देता है यदि इसे मार दे तो तेरी और मेरी रोज की किस्सा कहानी खत्म हो जाए बोलकर तीनों ने जब परिवार व आसपास के सभी सदस्य खेतों में काम करने चले गए तब दादा नरसिंह को घर में अकेला पाकर खटिया के पास तीनों ने मिलकर मारपीट जुमा झटकी करते हुए खटिया पर गिरा दिया एवं सुरली भाई ने दादा नरसिंह के पैर पकड़े एवं दिलीप ने हाथ पकड़े रतन ने इलेक्ट्रिक वायर से गला घोट कर जान से खत्म कर दिया एवं तीनों मार कर बहा से भाग गए घटना के तमाम पहलुओं पर एवं आसपास के लोगों से बातचीत करके मिले साक्ष के आधार पर आरोपियों को घटना से फरार होने की बात एवं पूर्व में भी रत्न एवं सूरलीबाई की प्रेम प्रसंग को देखते हुए परिवार वह समाज द्वारा समझाने के बाद भी बार-बार अपनी मर्यादा को पार करते हुए एक दूसरे के साथ घूमने मिलने की बात को लेकर सूरली बाई एवं रतन ने ,नरसिंग का गला घोटकर हत्या की पुलिस ने घटना का खुलासा किया