नीमच। सरकारी विभाग की कार्यशैली का एक नायाब नमूना देखने में आया है। मनासा तहसील के गांव खानखेड़ी के एक जिंदा व्यक्ति को पटवारी साहब ने 2021 से कागजों में मृत घोषित कर दिया। मंगलवार कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई में पहुंचे एक किसान ने अपने आप को ज़िंदा करने की गुहार लगाई और काग़ज़ों में मृत दर्शाने वाले दोषी पटवारी पर कार्रवाई की माँग की है।
किसान देवीलाल धनगर का कहना है कि पटवारी द्वारा उसे काग़ज़ों में मृत घोषित कर दिया है जिसके चलते उसे किसान समान निधि नहीं मिल पा रही है। जब वह किश्त लेने बैंक पहुँचा तो उसे पूरे मामले की जानकारी मिली। देवीलाल जब पटवारी से मिला तो पटवारी ने आश्वस्त किया था कि वह त्रुटि सुधार कर देगा, लेकिन दो साल बीतने पर भी उसे काग़ज़ों में मृत ही दर्शाया हुआ है। जिसके चलते वह किसी भी योजना का लाभ नहीं ले पा रहा है। किसान देवीलाल धनगर ने कलेक्टर कार्यालय में पहुँचकर गुहार लगाई है कि दोषी पटवारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाए और उसे काग़ज़ों में ज़िंदा घोषित किया जाए।