इंदौर। किसी भी मरीज को परेशानी नहीं होना चाहिए। शासन द्वारा जो सुविधाएं दी जा रही हैं वो सब मरीजों को मिलना चाहिए। प्रबंधन ये न समझे कि मैं आज आ गया हूं तो अब नहीं आउंगा। ध्यान रहे मैं एक-दो दिन बाद कभी भी दिन में या रात में अस्पताल आ सकता हूं। जो अव्यवस्था और खामियां आज मिली हैं उन्हें दुरुस्त कर लें। अगली बार आऊं तो सुधार दिखना चाहिए। ये बातें गुरुवार सुबह अस्पताल के निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त ने अस्पताल प्रबंधन से कही है।
कुछ दिन पहले पूरे प्रदेश में डज्भ् अस्पताल की लापरवाही चर्चा का विषय बन गई थी। यहां की व्यवस्था को देखने गुरुवार को सुबह 9 बजे संभागायुक्त मालसिंह अचानक अस्पताल पहुंच गए। उन्हें देख हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया।
संभागायुक्त ने वार्ड में घूमकर दो घंटे तक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जिस विभाग में खामियां पाई गई उसके जिम्मेदारों को नोटिस देने के निर्देश दिए। अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. अनुपमा दवे को हटाने के भी निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. संजय दीक्षित व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सबसे पहले उन्होंने ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया। यहां डॉक्टर और स्टाफ उपलब्ध नहीं थे। पैथॉलाजी लैब के इंचार्ज डॉ. अनुपता दीघे ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थीं। माइक्रोबॉयोलाजी लैब का निरीक्षण करते हुए खामियां पाई गई। यहां ड्यूटी चार्ट लगाने, सिस्टम सुधारने को कहा। डॉ. अंजू महोरा और डॉ. नेहा भी 10 बजे उपस्थित नहीं थीं। बायोकेमेस्ट्री रजिस्टर चेक किया। सैंपल देने में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। घंटो सैंपल नहीं भेजे जा रहे जबकि नियमानुसार हर आधे घंटे में संबंधितों तक सैंपल भेजना होता है।