राजगढ़। निर्मला कान्वेंट स्कूल राजगढ़ धार में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विद्यालय प्राचार्या सिस्टर विमल सुजाता ने 77 वें स्वतंत्रता दिवस की शुरूआत तिरंगा फहराकर की। यह तिरंगा ध्वज "देशभक्ति और एकता की भावना को दर्शाता है। इस कार्यक्रम में न सिर्फ छात्रों बल्कि अध्यापको व स्टॉफ सदस्यों ने भी भाग लिया जिन्होने स्कूल परिसर में एकत्रित होकर इस महत्त्वपूर्ण दिवस को मनाया। ध्वजारोहण पश्चात् स्काउट एवं गाइड के लगभग 60 बच्चों द्वारा मार्च पास्ट का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन विद्यालय हेडगर्ल काव्या जायसवाल एवं कल्चरल सेक्रेटरी हिमान्शु पवार कर रहे थे। कार्यक्रम में विभिन्न छात्रों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। छोटे बच्चों द्वारा फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कक्षा 4 से 12वीं तक बच्चों द्वारा देशभक्ति गायन एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
रुद्राक्ष तिवारी ,शशि प्रथा, उदामडे,जोया माहेश्वरी ,एवं अवनी गुप्ता ने अपने विचार भाषण एवं कविता पाठ के माध्यम से रखे। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या सिस्टर विमल सुजाता ने छात्रो को संबोधित किया। उन्होनें अपने वक्तव्य की शुरुआत राष्ट्र सबसे पहले और सर्वोपरि से की। उन्होने देशभक्ति और देश के प्रति समर्पण के महत्त्व पर जोर दिया। सिस्टर ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि देशसेवा के कई तरीके हैं। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ सेनिकों और राजनेताओं का कर्तव्य है कि वे राष्ट्र की प्रगति मे योगदान दें बल्कि प्रत्येक नागरिक की यह जिम्मेदारी भी है कि वे मानवता की यथासंभव सहायता करें।
स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की कीमत पहचाननी होगी। देश का हर शिक्षक देश के विकास में सहभागी है। निर्मला कॉन्वेंट स्कूल पिछले 25 वर्षों से राजगह में यह सेवा कर रहा है। यह आयोजन में उपस्थित सभी लोगों को याद दिलाता है कि समर्पण भौर प्रतिबद्धता के साथ हम एक मजबूत और अधिक समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकते है। यह सभी के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य करता है कि वे अपने देश के प्रति अपने कर्त्तव्य को प्राथमिकता दें और सभी प्रयासों में उत्कृष्टता के लिए हमेशा प्रयास करें।