नीमच। भारतीय किसानों की जिंदगी हमेशा ही संघर्षों से भरी रही है वह हमेशा ही प्रकृति पर निर्भर रहता है। कई बार पूरी मेहनत करने के बाद भी प्रकृति उन्हें खून के आंसू रुलाती है। इस वर्ष भी कड़ी मेहनत के बाद जब किसानों की फसलें लहलहा रही थी तो उसके बाद लगातार बारिश की खींच ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर ला दी थी तथा फसल पर जब फुल बनने की प्रक्रिया चल रही थी। तभी लगातार बारिश की खींच ने फसलों का नुकसान कर दिया। लेकिन आज झमाझम बारिश होने के बाद किसानों को डूबते को तिनके का सहारा मिला और अब फसल वापस लहलहाने लगेगी।
कल जहां बारिश नहीं होने की वजह से कानाखेड़ा के ग्रामीणों ने नमक का हवन किया था वहीं आज बारिश होने के बाद पिपलोन के लगभग सभी ग्रामीण जिसमें महिलाएं, बच्चे और पुरुष सभी डीजे को लेकर गांव की सड़कों पर निकले और इंद्रदेव को बरस बरस मारा इंदर राजा जैसे गानों की धुन पर पूजा अर्चना करने निकले तो इसी इसी बीच मधुमक्खियां ने उन पर हमला कर दिया जिससे कई महिलाएं एवं पुरुष घायल हो गए। घायलों को एंबुलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है।