मनासा। मेवाड़ के प्रसिद्ध तीर्थ श्री चारभुजा (गढ़बोर) के जल झुलनी उत्सव में भाग लेने हेतु मनासा से आज 400 भक्तो का एक जत्था श्री चारभुजा मंदिर कपड़ा बाजार से अभिषेक करके निकला। पैदल यात्रा का नगर में भव्य स्वागत हुआ।
पैदल यात्रा की जानकारी देते हुए यात्रा के व्यवस्थापक मदन झंवर, अध्यक्ष दशरथ प्रजापती, सचिव हरीश एनिया, कोषाध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, प्रचार मंत्री कमल नागदा
ने बताया कि पैदल यात्रियों का जत्था आज सुबह श्री चारभुजा मंदिर से अभिषेक कर नगर के प्रमुख मार्गों से जिसमें बड़ा बगेला, मुरली मंदिर बड़ा बाजार, सदर बाजार, सब्जी मंडी होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर दर्शन करते हुए निकला। नगर में पैदल यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। 29 वर्षों से लगातार निकलने वाली यात्रा का पहला पड़ाव नीमच माहेश्वरी भवन पर होगा। वहां रात्रि विश्राम कर सोमवार को यात्रा महेश भवन निम्बाहेड़ा पहुंचेगी। यहीं रात्रि विश्राम भी होगा। मंगलवार सुबह यात्रा रवाना होगी जो शाम को आरोग्य तीर्थ श्री आंवरीमाता पहुंचेगी जहां रात्री विश्राम रहेगा।
बुधवार सुबह यह पदयात्रा रवाना होकर शाम को श्री सांवलिया जी पहुंचेगी जहां दर्शन कर प्राकट्य स्थल पर पहुंचेगी जहां रात्री का विश्राम होगा। गुरुवार की सुबह इस यात्रा की रवानगी होगी जो शाम तक श्रीनाथ जी पहुंचेगी जहां श्रीनाथजी के दर्शन लाभ लेने के बाद रात्रि विश्राम माहेश्वरी भवन में होगा। शुक्रवार सुबह पदयात्रा पुनः श्रीनाथजी से रवाना होकर शाम को श्री रामेश्वर धाम कांकरोली के लिए निकलेगी जहां शाम को विश्राम होगा। शनिवार को यह पदयात्रा शाम को श्री चारभुजा जी पहुंचेगी वहां पर शासकीय कन्या मिडिल स्कूल सेवन्त्री रोड़ पर विश्राम होगा।
दिनांक 25 सितम्बर को सभी पदयात्री श्री रुपनारायण जी के दर्शन हेतु प्रस्थान कर वहां यात्रा ध्वज फहराकर पदयात्रा को पूर्ण करेंगे व जलझूलनी एकादशी पर श्री चारभुजा जी की अनुपम विराट रेवाड़ी में गुलाल व पुष्प वर्षा शामिल होंगे।
दस दिवसीय यात्रा 280 किलोमीटर की होगी। इस यात्रा में हर व्यक्ति को अलग अलग काम सौंपा जाता है। पुरी यात्रा में व्यापक प्रबंध रहता है जो वर्षों से अनुशासन के रूप में कार्य करता आ रहा है। यात्रा के समापन के बाद सभी पदयात्री श्री परशुराम महादेव के दर्शन कर वहां से भोजन प्रसादी ग्रहण कर मनासा के लिए रवाना होंगे।