सरवानिया महाराज। जीवन में यदि कुछ संकल्प कर लिया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है। बस इच्छा शक्ति होनी चाहिए तथा धन के साथ-साथ समय भी किसी कार्य में पूरे मनोयोग से देना चाहिए, यह कार्य किया है सरवानिया महाराज की श्रीकाल भैरव मुक्ति धाम सेवा समिति ने। समिति के सदस्यों का समर्पण यंहा देखने लायक होता है। यह शमशान नीमच जिले का सबसे सर्व सुविधा युक्त एवं हाईटेक शमशान माना जाता है। मुक्ति धाम में शव यात्रा में सम्मिलित होने वाले समाजजनों के लिए सभी प्रकार की सामग्री एवं सुविधाएं उपलब्ध है यहां पूरा मुक्तिधाम परीसर हरियाली से आच्छादित है। हर जगह आपको विभिन्न प्रजाति के पौधे, वृक्ष एवं गुलाब के सैकड़ो पौधे मिल जाएंगे । बैठने के लिए सभी के लिए उत्तम व्यवस्था ,अंतिम क्रिया कर्म के लिए जितनी भी आवश्यकता है सभी यहां पर आसानी से उपलब्ध है। और यह सब काल भैरव मुक्ति धाम सेवा समिति उपलब्ध करवाती है यहां की समिति हमेशा सक्रीय रहकर कुछ न कुछ नवाचार करती रहती है । मुक्ति धाम समिति अध्यक्ष हेमंत कुमार पुरोहित ने बताया कि समिति के सभी सदस्य प्रतिदिन यहां पर श्रमदान करते हैं अपना समय देते हैं और पूरे बगीचे का रखरखाव रखते हैं। जितने भी अंतिम यात्रा में बाहर से आने वाले व्यक्ति हैं वे सभी यहां की व्यवस्थाओं की मुक्तकंठ से सराहना करते हैं।
डीजिटल सिस्टम और मुक्ति धाम-
वास्तव में यहां की समिति की यह डीजिटल सिस्टम को अपनाने की पहल बहुत ही अनुकरनीय है। समय की मांग अनुसार आर्थिक विकास के लिए बदलाव जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए मुक्ति धाम समिति का पंजीयन रजिस्ट्रेशन के साथ साथ समिति के खाते को क्युआर कोड से जोड़ा गया है।
ज्ञात रहे कुछ समय पूर्व यहां पर जैन संतों के ऐतिहासिक प्रवचन भी हुए जिसकी सभी जगह बहुत ही सराहना हुई है जिले के जिलाधीश सहित अधिकांश सभी वरिष्ठ अधिकारी यहां का भ्रमण कर यहां की व्यवस्थाओं की सराहना कर चुके हैं।
डिजिटल क्यूआर कोड का यह नजरा आज उस वक्त देखने को मिला जब सरवानिया महाराज निवासी रघुनाथ पाटीदार का निधन होने के उपरांत इस मुक्ति धाम में अंत्येष्टि की जा रही थी अंत्येष्टि के दौरान अंत्येष्टि में शामिल ग्राम जनकपुर के एक दानदाता सुशील पाटीदार ने क्यूआर कोड का उपयोग करते हुए समिति के अकाउंट में धनराशि डाली।