जावद। ईस्लाम धर्म के गुरू एवं पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर मनाए जाने वाले ईद-मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम समाज ने बड़ी धुमधाम से मनाया। प्रतिवर्षानुसार यह आयोजन तीन दिन तक चला। प्रथम दिन मदरसो के बच्चो ने नाते कलाम पड़ा, दुसरे दिन बाहर से आए ओलमाए ईकराम और नातखां ने नात व तकरीर की।
अगले दिन गुरुवार को प्रातः 8 बजे हुसैनी मस्जिद से मदरसो के बच्चो के साथ जुलूस लक्ष्मीनाथ चौक, माणक चौक होता हुआ जामा मस्जिद पहुंचा जहां पर फातेहा ख्वानी हुई एवं सलाम पड़ा गया। यहीं से सभी समाजजन जुलूस में बड़ी संख्या में शामिल हुए। जुलूस का आगाज हुसैनी चौक से हुआ जो कंठाल चौराहा, लक्ष्मीनाथ चौक, धानमंड़ी, बोहरा गली, कुमावत मोहल्ला, अठाना दरवाजा होता हुआ वापिस हुसैनी चौक पहुंचा। जलसे में मदरसे के बच्चे दो लाईनो की कतार में चल रहे थे बच्चों और युवाओं के हाथ में परचम था, सभी ने हुजूर के पैदाईश का दिन की खुशी बड़ी धुमधाम से मनाया। कई युवा सफैद पौशाख और सर पर ईमामा पहने हुए नजर आए, चौराहो पर समाजजनो ने अगल-अलग तबर्ररूक (प्रसाद) बांटा।
हुसैनी चौक पर आयोजन कर्ताओं ने जावद शहर काजी सैयद आदिल रजा, हाफिज सैयद नईम ईकबाल, सैयद डॉक्टर रिजवान रजा, जावद के तमाम हाफिजो का इस्तकबाल किया गया। कमेटी द्वारा मदरसे के बच्चो को पुरूस्कार दिए गए एवं सभी की होसला अफजाई की गई। हाफिज नईम इकबाल के द्वारा हुजूर की जिंदगानी के बारे में समाजजनो को बताया। जावद शहर काजी सैयद आदिल रजा ने समाजजनो को ईद-मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी। आयोजन व जुलूस में सुचारू व्यवस्था करने पर नगर परिषद, शासन, प्रशासन का आभार एवं धन्यवाद दिया साथ ही आयोजन कमेटी की ओर से जावद शहर काजी सैयद आदिल कादरी द्वारा एसडीओपी विमलेश उईके, टीआई दीपक मंडलोई एवम तहसीलदार यशपाल मुजाल्दा का साफा पहनाकर स्वागत किया एवम पुलिस प्रशासन की पूरी टीम का हार्दिक आभार माना।
जुलूस के दौरान बग्गी (घोड़ा गाड़ी) एवं युवाओं के लिबास (कपड़े) आकर्षक का केन्द्र रहे। जूलुस के दौरान हाफिज समीर कादरी एवं हाफिज उस्मान कादरी ने अपनी खुबसूरत आवाज से कई सारे कलाम पड़, जो भी आकर्षक का केन्द्र रहा।