इंदौर। दो महीने बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव होना है। दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस में पार्टी पदाधिकारियों का आवागमन जारी है। इसी बीच राजपूत समाज ने कांग्रेस और भाजपा को घेरते हुए आगामी विधानसभा चुनाव एवं पार्टी में प्रमुख पदों पर नियुक्ति के लिए अपनी आवाज बुलंद की है। समाज के पदाधिकारियों ने दोनों पार्टियों से जिला अध्यक्ष पद पर राजपूत समाज की दावेदारी को लेकर मोर्चा खोल दिया है। वे महू और देपालपुर विधानसभा सीट पर भी स्थानीय राजपूत प्रत्याशी की मांग कर रहे हैं। राजपूत समाज के साथ अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी भी साथ हैं।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष दुले सिंह राठौर निपानिया, कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप सिंह पवार लसूड़िया, राजेंद्र सिंह बुडानिया, मलखान सिंह तामलपुर, दशरथ सिंह, अनिल सिंह सिसोदिया, कमल सिंह डाबी, पवन सिंह सिसोदिया काली बिल्लौद, पदम सिंह चावड़ा ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि इंदौर जिले में 5 लाख से ज्यादा मतदाता राजपूत समाज के हैं। इसमें आधे मतदाता ग्रामीण क्षेत्र से अपनी भागीदारी करते हैं, लेकिन दोनों ही प्रमुख भाजपा और कांग्रेस पार्टियों ने हमेशा ही राजपूत समाज की उपेक्षा की है। दोनों ही पार्टियों ने अब तक कोई जिला अध्यक्ष राजपूत समाज का नहीं बनाया है। जिला सरकारी बैंक, भूमि विकास बैंक, दूध संघ, कृषि उपज मंडी जैसे प्रमुख पदों पर भी ग्रामीण राजपूत को दूर ही रखा गया है। इससे समाज में नाराजगी खुलकर सामने आ रही है।
राजपूत समाज ने दोनों ही पार्टियों से महू और देपालपुर विधानसभा सीट से स्थानीय राजपूत समाजजन को प्रत्याशी बनाने की मांग की है। साथ ही जिला अध्यक्ष के पद पर भी राजपूत समाज के व्यक्ति की नियुक्ति के लिए दोनों ही पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों और केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व तक अपनी बात को पहुंचाई है। राजपूत समाज आगामी विधानसभा के बाद कैबिनेट और राज्य स्तर के दर्जे में भी समाज के प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है।
राजपूत समाजजन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग दशकों से राजनीतिक लोगों के लिए जिंदाबाद-मुरादाबाद करते आए हैं। कार्यकर्ताओं के बीच लगातार रात-दिन कड़ी मेहनत तन-मन-धन के साथ सेवा में तत्पर रहते हैं, लेकिन जब पद की बारी आती है तो शहरी क्षेत्र या अन्य जातियों के लोगों को आगे कर दिया जाता है। प्रमुख पदों से दोनों ही पार्टी हमेशा से राजपूत समाज की अपेक्षा करती आई है लेकिन ऐसा अब नहीं चलेगा।
राजपूत समाज ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन के प्रमुख पदाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को इशारा कर दिया है कि इंदौर जिले में 5 लाख से ज्यादा राजपूत मतदाता हैं। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह पवार, विजय सिंह परिहार व जिला अध्यक्ष दुलेसिंह राठौर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 से लेकर अब तक जिला अध्यक्ष, जिला सरकारी बैंक, दुग्ध संघ, भूमि विकास बैंक, कृषि उपज मंडी आदि किसी भी महत्वपूर्ण पद पर समाज को प्रतिनिधित्व करने का अवसर नहीं दिया है। क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी का कहना है कि समाज का बड़ा तबका हमेशा से भाजपा समर्थित रहा है। राजपूत बहुल समाज हमेशा से ही भाजपा में अपने को कुंठित महूसस कर रहा है। राजेश सोनकर को सोनकच्छ विधानसभा का प्रत्याशी बनाने के बाद नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति होना तय है।