नीमच। मनुष्य में अनेक बार मानसिक बिमारियाँ हो जाती हैं, लेकिन उसे गम्भीरता से नहीं लिया जाता है। झाड फॅूक करवा मानसिक बिमारियों का ईलाज करवाया जाता है जो सरासर गलत है। उसके लिए मनोचिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए।मेन्टल हैल्थ के लिए गहरी नींद, सुपाच्य भोजन, मानसिक शांति अति आवश्यक हैं। छात्रों को अपनी दिनचर्या सही तरीके से बनाकर उस पर अमल करना चाहिए।
उक्त विचार जिला चिकित्सालय की मनोचिकित्सक डॉ. स्वाति वधवा ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के बीच प्रस्तुत किये। उन्होंने छात्रों के बीच मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में गहन चर्चा की एवं एक फिल्म भी दिखाई। उक्त कार्यक्रम वर्ल्ड मेंटल हैल्थ डे के अवसर पर स्थानीय उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं ओलीवर गोल्ड़ी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इनरव्हील क्लब की ओर से प्राचार्य अनिल कुमार व्यास का स्वागत किया गया। इनरव्हील प्रार्थना का वाचन सचिव अमरजीत कौर ने किया। अपने स्वागत उद्बोधन में संस्था अध्यक्ष रजिया अहमद ने कहा छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए कितनी भी मुश्किल आये पर कभी निराश नहीं होना चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष डॉ. माधुरी चौरसिया ने कहा अपने को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अपने भीतर सकरात्मक संवेगों का विकास करना चाहिए। नकरात्मकता संवेग व्यक्ति के मन में विकार लाते हैं जो व्यक्ति को मानसिक बिमारी से ग्रस्त कर देते है। कार्यक्रम में सभी छात्रों को पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में आई.एस.ओ. सिन्धु भगनानी, एडीटर कुसुम कदम, सपना वर्मा सहित बड़ी संख्या में इनरव्हील सदस्य एवं शिक्षिका अंतिमा भंसाली, कल्पना वैद्य एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अध्यक्ष हेमांगिनी त्रिवेदी ने किया। आभार आई.एस.ओ. सिंधु भगनानी ने माना।