चित्तौड़गढ़। जय मां भगवती सेवा समिति चित्तौड़गढ़ द्वारा इस बार नवरात्री पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कलयुग के भीष्म पितामह नाम से विख्यात मध्यप्रदेश नागदा के नीलकंठेश्वर महादेव के महंत रमेश महाराज मां भगवती की असीम कृपा से नवरात्रि के नव दिन शूल शय्या (लोहे की कीलों के बिछौने) पर 15 अक्टूबर 2023 से 23 अक्टूबर 2023 तक मां भगवती की आराधना करते हुए अपने सीने पर ज्वारे उगाएंगे। जिसमें प्रतिदिन भक्तों द्वारा सुबह 8.15 बजे एवं रात्रि 9.15 बजे माता की आरती की जाएगी।
कार्यक्रम का आयोजन स्थल चित्तौड़गढ़ शहर के महाराणा प्रताप सेतु मार्ग पर स्थित रतन वाटिका पर किया जा रहा है। कार्यक्रम में नो दिन अखण्ड ज्योत एवं शूल शय्या प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्योतिषाचार्य विनोद चन्द्र यति होंगे। नवरात्री के नौ दिनों तक शूल शय्या पर अनवरत शयन करके महंत रमेश महाराज मां भगवती की आराधना करेंगे। इस अवसर पर सभी भक्तजनों को आयोजन समिति द्वारा आमंत्रित किया गया है।
जय मां भगवती सेवा समिति चित्तौड़गढ़ के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजक जगदीश चारण दादू ने बताया कि कलयुग के भीष्म के नाम से विख्यात मध्यप्रदेश के रहने वाले रमेश महाराज ने इससे पहले राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में लगभग उन्नीस कार्यक्रम पहले भी कर चुके हैं और चित्तौड़गढ़ में आयोजित इस बार का यह इनका बीसवां कार्यक्रम होगा। राजस्थान में यह तीसरा व चित्तौड़गढ़ जिले का दूसरा आयोजन होगा इसमें महंत रमेश महाराज नौ रात्रि के अवसर पर नौ दिन तक लोहे के कीलों पर सो कर अपने शरीर पर ज्वारे उगाएंगे और माता की आराधना करेंगे।