नीमच। आवारा श्वान के आतंक से नीमच शहर का नागरिक भयावह रूप से दहशत में है। अक्सर डॉग बाइट की शिकायत सामने आती है। श्वान के हमले की वजह से राहगीरों के साथ हो रही दुर्घटनाओं में लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। आए दिन महिला, बच्चों और पुरूषों की जान पर संकट खड़ा हो जाता है। लेकिन नगरपालिका के जिम्मेदार लोग हैं कि उन्हें डिंगे हांकने से ही फुर्सत नहीं मिल रही। डॉग शेल्टर, श्वानों की नसबंदी और श्वान को पकड़ने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है। लेकिन जमीनी हकीकत पर सब खोखले नजर आते हैं।
बीती रात 10 बजे की बात है। आवारा श्वान के झूंड ने दो पहिया वाहन पर सवार एक बोहरा दंपति पर भौंकते हुए हमला कर दिया। श्वान, वाहन पर सवार बच्चे का पैर पकड़ कर काटने के लिए पीछा करने लगे। जान बचाने के लिए डर और घबराहट के मारे हड़बड़ाहट में गाड़ी चलाने वाले हुसैन ने संतुलन खो दिया और गाड़ी पर सवार पति-पत्नी और मासूम बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्हें उपचार हेतु ज्ञानोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना नीमच के बंगला नंबर 38 के पीछे वाले रोड की है।
घायलों के नाम हुसैन युसूफ अली नजमी, अरवा हुसैन नजमी और 5 वर्षीय मासूम बुरहान है। नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के सामने सैकड़ो बार इस संबंध में शिकायतें हुई है, कई दुर्घटनाएं सामने आई है। कमोबेश पूरे शहर के हालत यही है।लेकिन जिम्मेदार लोग शायद किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे है। शहर वासी पूछ रहे हैं कि आखिर कब ठोस कार्यवाही करेगी नगर पालिका?