नीमच। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024 तमिलनाडु में आयोजित किया जा रहा है। तैराकी मेंटर प्रभु मूलचंदानी ने बताया कि खेलों इण्डिया युथ गेम्स भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना का छट्ठा संस्करण है जिसमे सिद्धान्त सिंह पिता गोपाल सिंह जादोन ने 200 मीटर आईएम में अपना उत्कृष्ठ प्रदर्शन कर 2 मिनिट 13 सेकण्ड का समय लेकर सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। कड़ी प्रतियोगिता में पदक छीन सिद्धान्त सिंह ने अपने इरादे बता दिए कि अब वह रुकने वाला नहीं है। 2024 सिद्धान्त और नीमच के नाम होने वाला है ऐसी उम्मीद जताते हुए जादोन परिवार में जश्न का माहौल है।
सिद्धान्त की माताजी संगीता व पिताजी गोपाल सिंह जादोन का कहना है कि नपा और नपा कोच आयुष गौड़, सुधा सोलंकी, नीलेश घावरी, अभिषेक अहीर एवं रोहित अहीर, टीम मोटिवेटर राकेश कोठारी, नितेश शर्मा का संयुक्त प्रयास नीमच तैराकी को उचांईयों पर ले जाएगा। जिस तरह सिद्धान्त सिंह और टीम नीमच ने 2023-24 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और अभी हाल ही में सिद्धान्त ने स्कूल नेशनल गेम्स में भी पदक जीत अपना दम दिखाया तो अब खेलों इंडिया युथ गेम्स में सिल्वर जीत कर बाजी मारी हैं।
नीमच तैराकी मोटिवेटर राकेश कोठारी, नितेश शर्मा और तैराकी जिला तैराकी अध्यक्ष अशोक मोदी ने बताया कि नीमच तैराकी के विजय रथ में नीमच नगर पालिका का महत्वपूर्ण योगदान हैं। आज नीमच तैराकी राज्य में इंदौर के बाद सर्वाधिक पदक विजेता है एवं खेलों इंडिया युथ गेम्स 2024 में मध्य प्रदेश से इकलौता पदक विजेता यह नीमच के लिए गौरव की बात है। मोदी ने बताया कि सिद्धांत का सफर अभी जारी हैं। सिद्धांत अब 07 से 09 फरवरी तक अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता जिसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे जो दिल्ली में आयोजित होगी के लिए चैनई से दिल्ली रवाना होंगे।
मेंटर प्रभु मूलचंदानी ने बताया खिलाड़ियों की कड़ी तपस्या देखना है तो इस कड़कड़ाती ठंड में भी खिलाड़ी सुबह 05 बजे पूल में तैराकी करते नजर आ जाएंगे जब आम इंसान सुबह बिस्तर से निकलते ही कांप जा रहा है। जो एक सपने से कम नही है। एक सपना किसी चमत्कार से सच नहीं बनता है, उसके पीछे पसीना, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत होती है।