दतिया। भाण्डेर के ग्राम अहरौनी में सरपंच पक्ष पर किसान की खड़ी धान की फसल उजाड़ने का मामला सामने आया है। किसान वीरेंद्र सिंह का आरोप है कि 22 अगस्त को सरपंच शीला देवी कुशवाहा के पति कोमल सिंह जेसीबी मशीन लेकर खेत में पहुंचे और बिना किसी नोटिस के धान की फसल नष्ट कर दी।
किसान के अनुसार, खेत में जेसीबी चलाते वक्त भाण्डेर जनपद सीईओ सुमन चक चौहान और पुलिस बल भी मौके पर था। आरोप है कि राजस्व विभाग की टीम को न तो बुलाया गया और न ही सीमांकन की कोई प्रक्रिया पूरी की गई।
किसान बोला- विरोध करने पर धमकाया
वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सर्वे नंबर 642, रकबा 0.39 हेक्टेयर जमीन पर उसकी फसल खड़ी थी। जब उसने और उसके भतीजे ने विरोध किया, तो उन्हें कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर चुप करा दिया गया।
किसान का कहना है कि उसने पहले ही सीमांकन के लिए तहसील में आवेदन दे रखा था, लेकिन चुनावी रंजिश के चलते उसकी फसल उजाड़ दी गई, जिससे भारी आर्थिक और मानसिक नुकसान हुआ।
नायब तहसीलदार बोलेकृ जानकारी ही नहीं थी
मामले में नायब तहसीलदार वीर सिंह आवासीय ने कहा हमें इस कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं थी। न तो मुझे बुलाया गया और न ही पटवारी को सूचना दी गई। उधर, जनपद सीईओ सुमन चक चौहान से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
शिकायत के बाद पहुंची राजस्व टीम
किसान द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद शनिवार को राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया।पीड़ित किसान ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।