मंदसौर। विशेषकर महिलाए और बालिकाएं कार्तिक मास में पूरा महीना व्रत रखती हैं और शिवजी को जल अर्पित कर पूजा पाठ करती हैं। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा को शिवना नदी में स्नान कर सुखी घास की डंडी से बनी टाटी मंदिर परिसर से खरीद कर आटे के दीपक बनाकर टाटी में प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की जाती है फिर शिवना नदी प्रवाहित की जाती हैं।
ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास में शिव भगवान के व्रत, उपवास करने से मन चाहा वर की प्राप्ति होती हैं और एक महीने की पूजा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बताया गया कि जो सच्चे और अच्छे मन से व्रत उपवास रहते हैं उनकी टाटी प्रवाहित करने के बाद डूबती नही है वो नदी में तैरती रहती हैं।अगर टाटी डूबती है तो व्रत उपवास करने में कुछ चूक हुई होगी।
भगवान पशुपतिनाथ महादेव मेला पूर्णिमा से शुरू हो जाता हैं और झूले चकरी भी आज से शुरू हो गए। मेला ग्राउंड में सभी दुकानें शुरू हो गई। आसपास के गांव से भी लोग मेला देखने आना शुरू हो गए है। प्रशासन ने अपनी शहर के चौराहों पर चौकसी बढ़ा दी है साथ ही पार्किंग स्थल पर भी पुलिस की पैनी नजर है।