नीमच। चातुर्मास में सीखने और सिखाने को मिलता है। निर्मल भावना के साथ चातुर्मास संपन्न हुआ। जीवन उद्धारक बातें आत्मा को स्पर्श करने वाली होती है। चतुर्मास कठिन उपलब्धियां से भरा रहा है। चातुर्मास उतार-चढ़ाव सुख दुख के साथ धैर्य पूर्वक संघर्ष के साथ जीवन जीने की कला सिखाता है।
यह बात गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय श्री ऋषभ चंद्र सुरीश्वर जी म. सा. के शिष्य रत्न वरिष्ठ मुनिराज पियुष चंद्र विजय मुनि महाराज ने कही। वे श्री जैन श्वेतांबर भीड़भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्री संघ नीमच के तत्वावधान में विकास नगर स्थित 14/3 कंचन भवन परिसर के प्रांगण में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि जीवन में सुख दुख के साथ संघर्ष पूर्वक धीरे के साथ जीवन जीने की कला सिखाता है। जीवन में आत्मा की बुराई रुपी गंदगी को साफ करने का साबुन चातुर्मास की जिनवाणी है। जीवन एक संघर्ष है परमात्मा को भी संघर्ष का सामना करना पड़ा था परमात्मा ने भी धैर्य पूर्वक इसे सहन किया था मनुष्य भी यह धैर्य पूर्वक दुख सहन करना सीखे तो उसके जीवन का कल्याण हो सकता है। सुवर नहीं होगा तो मोहल्ले की गंदगी साफ नहीं होगी।मच्छर नहीं होगा तो हम सजग रहकर जीवन जीना नहीं सीख सकते हैं।
जीवन में चुनौती होती है तो आगे बढ़ने में आनंद आता है । संघर्ष परमात्मा के जीवन में भी चुनौती थी। कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। सोना आग में तपता है तभी कुंदन बनता है । मृत्यु जीवन का शाश्वत सत्य है। इसका सामना सभी को करना पड़ेगा इसलिए मृत्यु को सुधारने के लिए प्रतिदिन पुण्य परमार्थ की धर्म तपस्या की क्रिया करनी चाहिए तो जीवन में आत्मा का कल्याण हो सकता है। गृह लक्ष्मी रूपी बहू की भावना का सम्मान करना चाहिए। चातुर्मास परिवर्तन कार्यक्रम के लिए मुरड़िया परिवार साधुवाद का पात्र है। मध्य प्रदेश शासन के लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि संतों का आशीर्वाद सबसे बड़ा आशीर्वाद होता है धर्म संस्कृति में गुरु के माध्यम से ही भगवान तक पहुंचते हैं । जीवन जीने के सबसे उत्तम कला जैन धर्म में है। वनस्पति में भी जीव है। यह बात बरसों पूर्व जैन संतों ने धर्म शास्त्रों में उल्लेख की है।दुनिया के अविष्कार की तकनीक धर्म शास्त्रों से हमें प्राप्त हुई है प्राचीन काल में पूरी दुनिया का 50प्रतिशत व्यापार भारत करता था हमारे व्यवहार में कमी के कारण यह व्यापार 10प्रतिशत पर आ गया है । हरगांव नगर के विकास में जैन समाज के भामाशाह का योगदान उलेखनीय रहा है।
राजा के राज में भी व्यवस्था जैन भंडारी कोठारी परिवार के हाथों में रहती थी । संतो का राष्ट्र निर्माण में योगदान महत्वपूर्ण रहता है। पूरा देश आत्म निर्भरता की ओर बढ़ रहा है उसमें जैन समाज का योगदान भी उल्लेखनीय है। धर्म नियमों का धर्म विज्ञान युवा पीढ़ी को समझाएं तो देश तेजी से विकास कर सकता है सुधार के ऊपर सभी को ध्यान देना होगा और लोहे की कढ़ाई में ही भोजन बनाना चाहिए जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। भाजपा जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार ने कहा कि धर्म करुणा के मार्ग को संत आगे बढ़ाते हैं। धर्म की ज्ञानगंगा पूरे संसार के लिए होती है। गुरु हमारे पास रहे यही हमारी प्रार्थना है। सृष्टि के सत मार्ग पर चलते रहेंगे। धर्म ध्वजा दुनिया में लहराते रहे यही प्रार्थना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ भीड़ भंजन पार्श्वनाथ भगवान की तस्वीर पर माल्यार्पण माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री संघ अध्यक्ष अनिल नागौरी मोतीलाल लौढा, शोकिन जैन पारस लसोड, प्रेम प्रकाश जैन मनीष कोठारी ,पारसमल मुड़िया सोहनलाल छाजेड़ ,राहुल जैन हस्तीमल चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। धर्मसभा में सरिता आभा कोमल बहन तनिष्का मुरडिरया, मनोज नागोरी सरोज चौधरी, अनीता विजय छाजेड़, जम्मू कुमार जैन, मनीष कोठारी, मनीष मुरडिया, वंदना आचलिया आदि ने चातुर्मास पर आधारित स्तवन गीत प्रस्तुत किया।
श्री संघ अध्यक्ष अनिल नागौरी ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा चातुर्मास परिवर्तन का सौभाग्य मिला। पारस मल परिवार गुरु भक्त है श्री संघ की आज्ञा से परिवर्तन के कार्यक्रम की स्वीकृति मिली है। गुरुदेव के 32 दीक्षा वर्ष पूर्व हुए हैं वर्षी तप की तपस्या जारी है जो आदर्श प्रेरणादाई है। कार्यक्रम का संचालन वंदना आचलिया ने किया।
इनका किया सम्मान
गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय श्री ऋषभ चंद्र सुरीश्वर जी मसा के शिष्य रत्न वरिष्ठ पियुष चंद्र विजय मुनि महाराज का चातुर्मास परिवर्तन समारोह श्री जैन श्वेतांबर भीड़भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्री संघ नीमच के तत्वावधान में मिडिल स्कूल मैदान के पास जैन भवन में आयोजित किया गया। ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल नागौरी, सचिव मनीष कोठारी ने बताया कि 8 नवंबर मंगलवार सुबह 8ः30 बजे शत्रुंजय भाव यात्रा एवं देव वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसके साथ ही 8ः45 बजे चातुर्मास परिवर्तन यात्रा प्रारंभ हुई। 10 बजे नवल चंद पारसमल कंचन विला विकासनगर 14/3 पर अमृत प्रवचन श्रृंखला प्रवाहित हुई। मध्य प्रदेश शासन के लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार, अनिल नागौरी, मनीष कोठारी, परम गुरु भक्त नवल चंद, पारसमल, संजय, मनीष, निश्चल तनिष्क मुरडिया परिवार जम्मू कुमार जैन अधिका जैन श्वेतांबर श्री संघ द्वारा साल श्रीफल मोती माला से सम्मान किया गया।