कसरावद। नगर में संस्कार महिला भजन मंडल द्वारा आयोजित शिव महापुराण भागवत कथा का सोमवार को पंडित प्रितेश महाराज ने भगवान श्री गणेश का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान गणेश ने अपनी माता की आज्ञा का पालन करने के लिए स्वयं भगवान शिव को भी रोक दिया था। भगवान श्री गणेश आज्ञाकारी पुत्र थे। उन्हें आज्ञा पालन के कारण भगवान शिव के क्रोध का सामना करना पड़ा और क्रोध में भगवान शिव ने उनका सर धड़ से अलग कर दिया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री गणेश पूरी दुनिया में प्रथम पूज्यनीय है। किसी भी कार्य की शुरुआत भगवान गणेश के पूजन से ही होती है। महापुराण कथा में भगवान श्री गणेश का प्रकट उत्सव मनाया गया। बालक को श्री गणेश के रूप में सजाया गया। श्रद्धालुओं द्वारा बालस्वरूप गणेश का पुष्प वर्षा से स्वागत कर पूजन किया गया। कथा के दौरान भजन कीर्तन में श्रद्धालुओं द्वारा जमकर नृत्य किया गया। बड़ी संख्या में कथा सुनने को श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।