भवानीमंडी। क्षेत्र में नेत्रदान के समाचार से प्रेरित होकर एक शिक्षक ने राष्ट्रीय युवा दिवस को सपत्नीक नेत्रदान का संकल्प लेते हुए मनाया और एक जागरूकता का परिचय दिया है।
भारत विकास परिषद के नेत्रदान प्रभारी एवं शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र कमलेश दलाल ने बताया कि लगातार नेत्रदान के समाचार से प्रभावित होकर भवानीमंडी निवासी एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांव जसवंतपुरा में शिक्षक पद पर कार्यरत विजय सिंह पुनिया की इच्छा उपयुक्त अवसर पर नेत्रदान का संकल्प लेने की थी, ऐसे में राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आपने अपनी धर्मपत्नी सुमन कलवनिया, वनरक्षक मिश्रौली के साथ संयुक्त नेत्रदान का संकल्प लिया।
शिक्षक विजय सिंह पुनिया ने नेत्रदान का संकल्प करते हुए कहा कि वह हमेशा से भवानीमंडी के नेत्रदान कार्यक्रम से वह काफी प्रभावित रहे हैं। हमारी आंखें मृत्यु के बाद भी किसी के काम आ जाए यही सोचकर उन्होंने मरणोपरांत नेत्रदान संकल्प किया है, जब उन्होंने नेत्रदान संकल्प की जानकारी अपनी धर्मपत्नी सुमन कलवानिया जोकि मिश्रौली में वनरक्षक पद पर कार्यरत है, को दी तो सुमन ने भी स्वयं का नेकत्र संकल्प करने का निर्णय लिया। इस तरह दोनों पति पत्नी ने राष्ट्रीय युवा दिवस को उपयुक्त अवसर मानकर नेत्रदान का संकल्प किया।
कमलेश दलाल ने बताया कि नेत्रदान की जागरूकता अब भवानीमंडी तक ही सीमित नहीं होकर आसपास के सभी क्षेत्रों में फैल रही है। भवानीमंडी के नेत्रदान कार्यक्रम से प्रेरित होकर इस महीने में भवानीमंडी के साथ-साथ राजगढ़ जिले के पचोर, कोटा और झालावाड़ जिले के बकानी से भी नेत्रदान प्राप्त हुआ है और इसमें भी अधिकांश में पहल स्वयं नेत्रदाता परिवार के द्वारा की गई है।