मनासा। कुकडेश्वर में हुई घटना पर पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाहटा ने दुख व्यक्त किया है।
नाहटा नें एक वक्तव्य में कहा कि सभी राजनैतिक दल विशेषकर सत्तारुढ़ दल को विचार करना चाहिये कि आपराधिक तत्वों के राजनीति में प्रवेश से राजनीति में किस तरह गिरावट आती है। जनप्रतिनिधियों की जवाबदारी है कि यह सुनिश्चित करें कि दोषी व्यक्तियों के विरुद समुचित कार्यवाही हो तथा पीडित व्यक्ति को न्याय मिले। उसके इलाज की भी पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहीये। पिछले वर्षों में जिस तरह राजनैतिक दबाव में पुलिस प्रशासन को कार्य करना पड़ रहा है, उससे आम नागरिक का विश्वास घटा है। इस बार सुनिश्चित हो कि ऐसा नहीं होगा भले ही वह सत्तारूढ़ दल का कार्यकर्ता है।
नाहटा ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि बगैर किसी राजनैतिक दबाव के विधि सम्मत कार्यवाही हो ताकि किसी पक्ष को शिकायत का मौका नहीं मिले। नाहटा नें सभी पक्षों से यह भी आग्रह किया है कि जैसा कि पूर्व में होता रहा है, इस घटना को साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाये। यह कुछ असामाजिक और आपराधिक तत्वों द्वारा की गई कार्यवाही है। इसे केवल दो पक्षों की घटना ही माना जाये। न तो इसे राजनैतिक लड़ाई बनाया जाये न ही साम्प्रदायिक।
नाहटा नें कहा यह अलग बात है कि इस बार पीड़ित व्यक्ति दूसरे पक्ष का है अन्यथा जन प्रतिनिधी इसे राजनैतिक और साम्प्रदायिक लड़ाई बनाने में नहीं चुकते जैसा कि पहले होता रहा है। नाहटा ने कहा कि मनासा अंचल में शांति बनी रहे यह हम सबकी सामूहिक जवाबदारी है। इसके लिये आवश्यक है कि प्रशासन निष्पक्ष हो कर तत्काल कार्यवाही करें तथा सभी पक्ष जिला प्रशासन का सहयोग करे।C