नीमच। मध्यप्रदेश के अंतिम छोर पर बसे नीमच जिले का जावद इन दिनों प्रदेश तक सुर्खियों में है पहले जावद जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो लोकायुक्त के हत्थें चढ़े उसके बाद एक बार फिर भाजपा नेताओं पर अब सरकारी मशीनरी से जुड़े पटवारीयों मोर्चा खोलते हुवें जावद नगर पंचायत अध्यक्ष सोहन माली व उपाध्यक्ष सूचित सोनी के साथ अन्य पर गंभीर आरोप लगाये है और एक पत्र जावद एसडीएम को सौपा है जिसमें खुला लिखा गया है कि जावद नगर पंचायत अध्यक्ष सोहन माली व उपाध्यक्ष सूचित सोनी ने तहसील कार्यालय में आकर पटवारी सेवक को धमकाया और शासन विरूद्व कार्य करने का दबाव मनाया जिसके बाद आज ये पत्र सौपा गया ।
बताया जा रहा है कि मजानकी मंदिर की ज़मीन पर दुकाने बनाये जाने पर अड़ंगे लगाने की बात को लेकर पटवारी विजय सेवक और अध्यक्ष सोहन माली व सूचित सोनी अपने साथियें के साथ तहसील कार्यालय में पहुंचे और जमकर बहस पटवारी सेवक से की और जान से मारने की धमकी तक दे डाली वही पटवारी संघ के ज्ञापन के अनुसार अध्यक्ष सोहन माली ओर उपाध्यक्ष सूचित सोनी तहसील कार्यालय में पहुंच कर पटवारी विजय सेवक को उनके किसी काम में अड़ंगा लगाए जाने की बात कहते हुए मंत्री जी से उसकी शिकायत करने की बात कही ओर जब पटवारी सेवक ने उनसे पूछा की कोनसा अड़ंगा उन्होंने लगाया तो रामजानकी मंदिर की ज़मीन पर दुकाने बनाये जाने पर अड़ंगे लगाने की बात कहते हुए ओर भी इसी तरह के मामलों पर वे भड़क उठे ओर चिल्लाने लगे धमकाने लगे,इसी बिच वह मंडल अध्यक्ष भी आ पहुंचे ओर अभद्रता करते हुए काफी धमकाया, भाजपा नेताओ ने पटवारियों को चोर उच्चका उठाईगिरा तक कहा ओर जमकर गालिया भी दी, जिसे देखते हुए घबरा गए और तबियत तक बिगड़ गई ऐसे में सेवक वहा से चले गए , पटवारी सेवक ने तहसील कार्यालय से जाने के बाद अधिकारियो को पूरी बात से वगत करवाने के साथ ही अपने संघ के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जिसके बाद एक ज्ञापन कलेक्टर नीमच के नाम सोप भाजपाई नेताओ पर कार्यवाही की मांग की।
जैसा की आपको पता है कि इन दिनों लगातार जावद सुर्खियों में है कभी रेता माफिया यहां सरकारी मशीनरी पर हावी होते दिखते है तो कभी भाजपा नेता नियम विरूद्व काम कराने के लिये प्रशासन से जुड़े अधिकारीयों पर दबाव बनाते है पहले भी इन सभी आरोपो पर जावद में हुई लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाही ने मोहर लगा रखी है जहां लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए जावद जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि गोपाल ने चारण ने खोर ग्राम पंचायत में ई कक्ष निर्माण करने के लिए 5 लाख की राशि जारी की थी। जिसमें भी अभी तक गोपाल चारण के खिलाफ कोई कार्रवाही नही हुई ह
वही एक तरफ प्रदेश के मुखिया भ्रष्ट्ाचार खत्म करने की बात कहते है लेकिन दूसरी तरफ उनके ही जनप्रतिनिधि नियम विरूद्व काम कराने व रिश्वत लेने का काम कर रहे है ऐसे में एक बड़ा सवाल ये खड़ होता है कि क्या मंत्री जी के इस क्षैत्र में हो रही इस तरह की घटनाओ को लेकर कोई बड़ी संगठन स्तर पर या प्रशासनिक स्तर पर इनके खिलाफ कार्रवाही होगी या फिर जो बाते जावद में मंत्री के द्वारा पनाह देने की बात हो रही है वो होती रहेंगी । वही इस मामले को लेकर जब सोहन माली से बात करना चाही तो उनसे सम्पर्क नही हो पाया ।