रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में एक मासूम के साथ हुए बलात्कार के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता कमलेश्वर पटेल मेडिकल कॉलेज में पीडि़ता से मिलने गए, वहां विवाद हुआ तो धरने पर बैठ गए है। इधर पुलिस इनके खिलाफ मुकदमे की तैयारी कर रही है।
मध्यप्रदेश के रतलाम में एक मासूम के साथ हुए बलात्कार के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता कमलेश्वर पटेल मेडिकल कॉलेज में पीडि़ता से मिलने गए, वहां विवाद हुआ तो धरने पर बैठ गए है। पुलिस इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। इसके बाद आलोट विधायक मनोज चावला, सैलाना विधायक हर्ष विजय गेहलोत के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए है।
मंगलवार दोपहर में सर्वसमाज संगठनों ने कलेक्टर कार्यालय में धरना दिया था। इसके बाद पीडि़ता से मेडिकल कॉलेज में मिलने पहुंचे पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल धरने पर बैठ गए। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कमलेश्वर पटेल स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ रतलाम मेडिकल कॉलेज में बलात्कार पीडि़ता और उसके परिवार से मिलने पहुंचे थे। दावा किया जा रहा है कि वहां अस्पताल प्रबंधन से पूर्व मंत्री की कहासुनी हो गई। जिसके बाद कमलेश्वर पटेल कलेक्टर के मेडिकल कॉलेज परिसर में आकर मिलने की बात पर अड़ गए। कांग्रेस के पूर्व मंत्री के धरने पर बैठने के बाद सैलाना विधायक हर्ष विजय गहलोत और जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। यहां पूर्व मंत्री के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी है।
ये हुआ घटनाक्रम-
मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद पूर्व मंत्री पटेल ने कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को फोन लगाया। पटेल का कहना था कि अस्पताल में परिवार को मदद नहीं मिल रही है। इतना ही नहीं, आर्थिक सहायता भी नहीं दी जा रही है। जबकि कलेक्टर का कहना था कि एक लाख रुपए की सहायता दी जा रही है। चेक तैयार है। इस बात- बात में पटेल व कलेक्टर के बीच तीखी बहस हो गई। पटेल ने मोबाइल काट दिया। पूर्व मंत्री के धरने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, जिला पंचायत सदस्य डीपी धाकड़, राजेश भरावा, प्रदेश कांग्रेस महासचिव यास्मीन शेरानी, अर्जुन मोढ़वाडिया आदि भी धरने में शामिल हो गए है।