नीमच। मध्यप्रदेश में साल के आखिरी में चुनाव होने हैं। चुनाव के पहले अब बीजेपी में टिकट को लेकर रणनीति बनने लगी है। इसके साथ ही मापदंड भी तय किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर सरकार और संगठन के द्वारा तीन अलग-अलग सर्वे कराए गए हैं। माना जा रहा है कि सर्वे के आधार पर ही मध्य प्रदेश बीजेपी में टिकट वितरण होगा। हालांकि, पार्टी अभी जमीनी स्तर पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है। इसे लेकर वह हर वर्ग को साधने का प्रयास कर रही है।
दुसरी तरफ एमपी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर नीमच जिले की मनासा विधानसभा सीट पर टिकट के लिए मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस में घमासान होता दिख रहा है। दोनों ही दलों से कई दावेदार टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं। वर्तमान में इस सीट से भाजपा के माधव मारू विधायक हैं, बीजेपी पार्टी में वह टिकट के प्रबल दावेदार भी हैं। वहीं, कांग्रेस में पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाहटा का दावा सबसे मजबूत नजर आ रहा है। लेकिन इस बार बीजेपी के लिये यहां बड़ी चुनौतियां सामने आ रही है। बीजेपी के द्वारा कराये गए पांच सर्वे में बीजेपी की हालत खराब आई है। ऐसे में संघ और दिल्ली दरबार के पास पहुंचे सर्वे रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि इस सीट पर बड़ी उठा-पटक देखने को मिल सकती है।
बीजेपी ने जो 5 अलग-अलग सर्वे कराए हैं, उनमें से लगभग कई विधायकों की हालत खराब बताई गई है। माना जा रहा है कि तीनों सर्वे में जिन विधायकों की रिपोर्ट नेगेटिव है, पार्टी उनका टिकट काट सकती है। इससे लेकर पार्टी नेताओं में खलबली मचना स्वाभाविक है। ऐसे मनासा विधानसभा भी सर्वे रिपोर्ट में डेजर जोन में है। वहीं इस सीट पर सिंधिया समर्थक और बीजेपी के खाटी नेता भी लगातार मैदान में सक्रिय हैं।
वहीं सूत्रों के हवाले से जो जानकारी निकल कर जो सामने आई उसमें संघ के गलियारों से मदनलाल राठौर का नाम निकल कर सामने आया है। मदनलाल राठौर की बात की जायें तो उनका नाम संघ की तरफ से सामने आया है और वे मनासा विधानसभा के तलाव गांव निवासी है साथ ही मदनलाल राठौर संघ से जुड़ा नाम है। वे पूर्व सीएम स्व सुंदरलाल पटवा, स्व वीरेंद्र कुमार सखलेचा एवं ठा किशोरसिंह सिसौदिया के साथ संघ के पितृ पुरूष कुशाभाऊ ठाकरे, वरिष्ठ सांसद डॉ लक्ष्मीनारायण पांडेय सहित इन सभी के साथ काम कर चुके है। ऐसे में लगातार मनासा में हो रहे राठौर के दौरे से बड़े संकेत मिलते दिख रहे है। जब हमने मदनलाल राठौर से उनके दौरे को लेकर बात की तो उनका कहना था कि दौरे सामान्य बात है लेकिन उन्होने दावेदारी की इस बात से हामी तो नही भरी है लेकिन ये जरूर कहा कि परिवर्तन प्रगति का नियम है ये तो आने वाला वक्त बतायेंगा।
वहीं इस सीट पर सिंधिया के साथ बीजेपी में आए सिंधिया समर्थक विजेन्द्र सिंह मालाहेड़ा भी कुछ कम गांव के दौरे नही कर रहे है। वे लगातार पार्टी की तमाम बैठको व कोर कमेटी की बैठको के साथ छोटे-मोटे आयोजन में अपने समर्थको के साथ शक्ति प्रदर्शन करते आए है। ऐसे में उनकी दावेदारी भी यहां मजबूती से देखी जा रही है।