चित्तौडगढ़। जिला शतरंज संघ के सचिव निलेश बल्दवा के अनुसार शतरंज की राज्य स्तरीय अंडर-17 (ओपन) तीन दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन 24 से 26 मई,2024 तक उदयपुर मे आयोजित हुई ! खिलाडियों के नेशनल सिलेक्शन के लिए आयोजित इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के समापन समारोह मे मुख्य अतिथि आल इंडिया चौस फेडरेशन के पुर्व उपाध्यक्ष शंकर लाल हर्ष,सेवानिवृत्त न्यायाधीश और लोकपाल महेश चंद्र शर्मा, राजस्थान शतरंज संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाश चंद्र डाड़,कोषाध्यक्ष अजय कुमार गुप्ता,कार्यवाहक सचिव विनेश शर्मा नागौर, संयुक्त सचिव रविंद्र सिंह सिसोदिया, उदयपुर जिला शतरंज संघ अध्यक्ष सोनल गर्ग,सचिव इन्द्र कुमार प्रजापत,चित्तौडगढ़ जिला शतरंज संघ सचिव निलेश बल्दवा,अजमेर जिला शतरंज संघ सचिव नरसिंह दाधीच,चीफ आर्बिटर नरेंद्र श्रीमाली, गौतम कटारिया कि उपस्थित मे हुआ ।
उदयपुर मे आयोजित इस राज्य स्तरीय अंडर- 17 (ओपन) शतरंज प्रतियोगिता में जयपुर,उदयपुर,चित्तौडगढ़,भीलवाडा,जौधपुर,बीकानेर,अजमेर,अलवर,नागौर,डूंगरपुर,दौसा,बांरा,कोटा, झुंझनू आदि जिलो के कुल 118 प्रतिभागियो ने भाग लिया । चित्तौडगढ़ की टीम मे कुल 10 प्रतिभागियों ने भाग लिया! जिनको 8 राउंड स्विस सिस्टम और फिड़े नियमों से खेलना था। प्रतियोगिता में भाग लेने वालों मे तकनीकी और अंकौ के आधार पर प्रत्यूष भट्टाचार्य कुल 8 मे से 4 अंको के साथ 64 वें, हर्षवर्धन मेनारिया कुल 8 मे से 4 अंको के साथ 68 वें , विवान बिहारी व्यास कुल 8 मे से 4 अंको के साथ 69 वें ,सिद्ध जैन कुल 8 मे से 4अंको के साथ 71 वें, अनिकेत कुमार वर्मा कुल 8 मे से 3.5 अंको के साथ 73 वें, देवांश वैष्णव कुल 8 मे से 3 अंको के साथ 90 वें, ऋग्वेद टांक कुल 8 मे से 3 अंको के साथ 96 वें स्थान पर श्रेष्ठ प्रदर्शन किया और आर्य कुमार दाधीच कुल 8 मे से 2 अंको के साथ,अक्षरा समदानी कुल 8 मे से 2 अंको के साथ एवं क्षितिज राय चौधरी का भी कुल 8 मे से 1अंक के साथ अच्छा प्रदर्शन रहा, जिन्हें अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र और पुरुस्कार दिए गए । शतरंज के नन्हें खिलाड़ियों का स्वागत अभिनंदन शतरंज संघ के अध्यक्ष कैलाश भूतडा़, सचिव निलेश बल्दवा, मनोज कुमार वशिष्ठ,चंदन जैन,पीयूष काबरा, डॉ. लीना भट्टाचार्य, विष्णु शंकर कुमावत,गोविंद मुरोठिया,सौमित्र भट्टाचार्य, भूपेंद्र बिहारी व्यास, कैलाश चंद्र मेनारिया, अमित कुमार जैन, उमेश कुमार वर्मा, बालमुकुंद वैष्णव, प्रवीण टांक, कमलेश कुमार दायमा, शैलेन्द्र कुमार समदानी और आदित्य राय चौधरी आदि ने किया।