नीमच। 28वीं मध्य प्रदेश राज्य सब जूनियर, जूनियर और सीनियर एक्वाथलॉन और ट्रायथलॉन चौंपियनशिप 2024, इंदौर हुई आयोजित जहा नीमच से पहली बार स्विमफ्लाय् स्पोर्ट्स क्लब न पा पूल के मात्र 6 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा और रच डाला इतिहास। सब जूनियर एक्वाथलॉन खिलाड़ी रिद्धि पिता डॉर्क्टमयंक राठौर ने शानदार प्रदर्शन किया और सिल्वर मैडल नीमच के नाम कर राठौर परिवार और शहर को किया गौरान्वित। तो सब जूनियर मे भाव्यांश पिता दीपक पटेल व गौरव ( गर्व ) गंगवानी ब्रांज़ मैडल जितने मे मिली कामयाब। डॉक्टर मयंक राठौर, विशाल शर्मा, धीरेन्द्र गेहलोत, एवं नवनीत सेन का प्रदर्शन भी रहा शानदार। वाटर स्पोर्ट्स मेंटर प्रभु मूलचंदानी ने बताया कि ट्रायथलॉन को दुनिया का सबसे कठिन खेल है यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
यह खेल निश्चित रूप से हर कोई नही कर सकता है,ट्रायथलॉन-एक्वथलान सबसे लोकप्रिय ओलंपिक खेलों में से एक बन गया है। ट्रायथलान व एक्वाथलान धीरज, शक्ति और गति का खेल है। आपको तीन अलग-अलग खेलों में पर्याप्त रूप से कुशल होना होगा। इसमें तीन खेल शामिल हैं, जिन्हें एक के बाद एक खेला जाता है। तैराकी, साइकिल चलाना और दौड़ना शामिल है। आपको बहुत कठिन प्रशिक्षण सहना होगा।
आपमें मानसिक सहनशक्ति का स्तर उच्च होना चाहिए। वाटर स्पोर्ट्स मोटिवेटर राकेश कोठारी और नितेश शर्मा ने बताया नीमच न पा पूल एवं प्रशासन एवं न पा अध्यक्ष का सहयोग है जिससे खिलाड़ियो को साल भर प्रेक्टिस करने को मिलता है जिसका नतीजा वाटर स्पोर्ट्स हो या तैराकी सभी मे उत्कृस्ट प्रदर्शन कर रहे है खिलाड़ी। कोठरी का कहना है न पा कोच आयुष गौड़, नीलेश घावरी, सुधा सोलंकी ,अभिषेक अहीर एवं रोहित अहीर द्वारा कोचिंग का नेशनल लेवल् की एकेडमी की तरह है जिनको प्रेक्टिस के दौरान् देखा जा सकता है। सुबह शाम 5 से 6 घंटे और 10 से 12 किलोमीटर प्रेक्टिस चल रही है।
नीमच के तैराको की सफलता को देखते हुए तैराकी मैं नए खिलाड़ियों का दिन प्रतिदिन रुझान बढ़ रहा है और कई नए खिलाड़ी स्विमिंग और वाटर स्पोर्ट्स से जुड़ते जा रहे हैं और आज इन्ही नये नन्हे खिलाड़ियों ने इतिहास रच डाला।