नीमच। जावद के नयागांव में स्थित सीमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) की फैक्ट्री को नीलाम करने के लिए केंद्र सरकार ने ऑनलाइन टेंडर जारी कर दिया है। एशिया की सबसे बड़ी इस सीमेंट फैक्ट्री को महज 44 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश सचिव तरुण बाहेती ने इस कदम का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सांसद सुधीर गुप्ता हर चुनाव में सीसीआई प्लांट को चालू कराने का वादा करते आए हैं। लेकिन अब इसे बेचने का टेंडर निकाला गया है। बाहेती के अनुसार अगर प्लांट चालू होता है तो क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिल सकता है।
फैक्ट्री 11 अक्टूबर 1980 को शुरू हुई थी। यह प्रतिदिन 12 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उत्पादन करती थी। 13 मई 1997 को वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण इसे बंद कर दिया गया। वर्ष 2012-13 में सरकार ने पूरे प्लांट की कीमत 440 करोड़ रुपये आंकी थी।
एमएसीटी ने 13 फरवरी 2025 को फैक्ट्री के लिए ऑनलाइन टेंडर जारी किए हैं। टेंडर की आखिरी तारीख 5 मार्च 2025 है। यह तीसरा मौका है जब बंद फैक्ट्री को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। श्रमिक संगठनों ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री से शिकायत की है।
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत काठेड ने बताया है कि 26 वर्षों से बंद पड़े नयागांव सीमेंट प्लांट को सांसद सुधीर गुप्ता एण्ड डबल इंजन सरकार द्वारा स्कैप बात कर कोड़ियों के भाव बेचा जा रहा है जिसमें एक बहुत बड़े आर्थिक भ्रष्टाचार का अंदेशा स्पष्ट दिखाई दे रहा है. हमारी मांग है कि हजारों युवा बेरोजगारों के आशा अनुरूप इसे पुन चालू किया जाए गुरुवार को दोपहर 1 बजे प्रहलाद पटेल मंत्री के विरोध प्रदर्शन के साथ में सुधीर गुप्ता और डबल इंजन सरकार द्वारा सीमेंट प्लांट को बेचने के मनसूबो के विरोध प्रदर्शन एवं इसे पुन चालू करने हेतु भी ज्ञापन दिया जाएगा।