नीमच । मालवा-मेवाड़ के अफीम उत्पादक क्षैत्र नीमच-मंदसौर में तस्करो पर हो रही कार्रवाहीयों के बाद भी तस्कर अवैध अफीम व डोडाचूरा को लेकर अन्य राज्यों में सप्लाय करने से भी नही चुक रहे है जबकि हर रोज एक से एक बड़ी कार्रवाही देखने को मिल रही है । वही कुछ तस्कर जांच एजेसियों के लिये काम कर रहे थें तो कुछ खुद बड़े तस्कर बन चुके है जिनके गुर्गे काम कर रहे है।
वही बुधवार को निम्बाहेड़ा पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी पर कार्रवाई करते हुए 66 किलो 150 ग्राम अफीम के साथ ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया था है। पुलिस के प्रेसनोट के अनुसार सदर थाने की पुलिस नाकाबंदी कर रही थी। इस दौरान नीमच की तरफ से एक ट्रक चालक पुलिस को देखकर तेज गति से भागने लगा। पुलिस ने कुछ दूर जाकर ट्रक को रोका और चालक को पकड़ लिया। चालक की पहचान इकबाल उर्फ पप्पू खान के रूप में हुई, जो जालौर जिले के साइला थाना क्षेत्र के जीवांडा का रहने वाला है।
सूत्रों के अनुसार निंबाहेड़ा पुलिस की 66 किलो अवैध अफीम की कार्रवाही के बाद नीमच-मंदसौर के तस्करो में भय का माहौल है क्योंकि बताया जा रहा है कि ट्रक में जो माल लोड़ किया गया था वो मंदसौर और नीमच के तस्करों के द्वारा किया गया था जिसमें कुछ नाम भी चर्चाओं में, सूत्रों के अनुसार रेवली देवली के विष्णु नागदा और गुड्डू बना की गैंग का अहम रोल बताया जा रहा है वही मल्हारगढ़ के किसी लाल का नाम भी निकल कर सामने आ रहा है, इसकी पुष्ठि हम नही करते लेकिन ये तो तय है कि नीमच-मंदसौर के कई क्षैत्रो में कुख्यात तस्कर विष्णु नागदा ने अपना साम्राज्य इतना बड़ा खड़ा कर लिया है कि अब जांच एजेंसियों के लिये इस तक पहुंच पाना थोड़ा मुश्किल लगता है सूत्रों ने यह भी कहा कि कमल राणा की जो गैंग काम किया करती थी उसी तर्ज पर इसकी गैंग काम कर रही है बाजार में ग्रामीणों के बीच इज्जतदार बनकर ये रात के अंधेरे में काले सोने की तस्करी को अंजाम दे रहा है
वही दूसरी तरफ सूत्रों ने यह भी बताया कि एक गैंग इन तस्करों ने ऐसी भी बना रखी है जो दूसरी लांबी से जुड़ा तस्कर अगर इनके क्षैत्र में पैर जमाता है तो उसकी मुखबरी कर दी जाती है, ऐसे में अब इन तस्करों में भी गैंगवार छिड़ी हुई है। वही तस्कर विनोद नागदा खेरमालिया के चर्चे भी इन दिनों जमकर सामने आ रहे है सूत्रों ने बताया कि ये इतना होशियार है कि इसे किसी तस्कर या किसान को फंसाना है या फिर उसका तोड़ बट्टा कराना है तो ये पहले तस्कर या किसान पर नजर रखता है फिर अपने गुर्गो से उस गाड़ी पर नजर रखवाता है जिस गाड़ी में माल लोड किया गया है उसके बाद हाईटेक तरीके से एक चीप उस गाड़ी पर चिपका दी जाती है जिसके बाद उस गाड़ी की लाइव लोकेशन विनोद नागदा खेरमालिया के पास आती है और ये कथिपय उक्त जांच एजेंसियो अधिकारीयों के सम्पर्क में रह कर उक्त केस को बनवाने का काम करता है ऐसे में इसके इस कारनामे को लेकर एक तरफ तस्करो में आक्रोश है तो भोल भालेे किसान भी इसका शिकार हो रहे है, और इसका सिर्फ उद्देश काले कारोबार से रूपये कमाना है । जिसकी भी शिकायत उक्त दस्तावेजो के साथ जिम्मेदारो तक की जाने की खबर निकल कर सामने आ रही है।