नीमच। अफीम उत्पादक मालवा-मेवाड़ में इन दिनों जहां जहां शंशाक यादव घूस कांड का मामला एक तरफ फिर सुर्खियों में है जहां केन्द्रीय सतर्कता आयोग ने दीपक यादव व एमके किशोर के खिलाफ जांच के आदेश दिये है वही दूसरी तरफ दूसरी तरफ कुछ कथिपय दलालों से मिलकर फर्जी केस बनाने का एक बड़ा सिंडीकेट भी नीमच में ऑपरेट किया जा रहा है जिसकी शिकायतें भी कई बार जिम्मेदार अफसरों तक पहुंची लेकिन अब तक ये लोग बचते नजर आए है अब जब बातें चौपाल पर खुलकर होने लगी तो पूरा खेल समझमें आने लगा है।
सूत्रों की माने तो इस पूरे सिंडीकेट का मास्टरमाईट खेरमालिया का विनोद नागदा उर्फ मूल्ला है जो तोड़बट्टो का बड़ा खिलाड़ी माना जाता है गांव के ही कुछ लोगों ने इससे प्रताड़ित होकर नाम ना बताने की शर्त पर इसके सारे काले चिट्टे उजागर कर दियें, कैसे विनोद ने 1 रूपयें से करोड़ पति बन गया और बेकसुर अफीम किसानों को झूठे केसां में फंसाने के लिये एक बड़ी टीम बनाई, बताया ये भी जाता है कि विनोद इतना मास्टर माईंट है कि इसने अपनी टीम में राजस्थान के कथिपय अफसरों को जोड़ा और उन्हे लालच देकर फर्जी केस बनवाए, वही कहां ये भी जा रहा है कि विनोद उर्फ मूल्ला का काम ही एक है कि अफसरों के साथ पार्टी करना और नए बेकसूर अफीम किसान को शिकार बनाना है।
खेरमालिया के मंगरे पर होती डील-
विनोद उर्फ मूल्ला दिखने में बहुत इमानदार है लेकिन इसकी करतूत अन्नदाताओं को लूटने की है जब हमने एक खबर प्रकाशित की तो उसके बाद विभिन्न जांच एजेंसियों के इमानदार अफसरों और जो किसान इसका शिकार हो चुके उनके परिवार जनों ने खुलकर बाते रखी, उनका यहां तक कहना था कि ये मायाझाल इनता बड़ा है कि हम चाहकर भी इसके इस रैकेट को खत्म नही कर सकते है जिसका सबसे बड़ा कारण कुछ कथिपय अफसर इसके रखवाले है। लेकिन एक उम्मीद उन बेकसुर किसान या परिवार के बेटे या यू कहे पत्नि को चौथा स्तभ यानि मीडिया से है कि जो उनके साथ हुआ वो किसी दूसरे के साथ ना हों। सूत्रों ने बताया कि खेरमालिया के मंगरे पर अकसर अफसरों के साथ विनोद को रात के अंधेरे में बाते करता देखा गया है और उन अफसरों का गांव में क्या काम जो रात के अंधेरे में इसके घर पर पार्टी करने पहुंचे है जिससे पूरा गांव दहशत में रहता है कि ये फिर किसे फंसा ना दें।
मुखबरी और तोड़बट्टा करना है काम-
सूत्रों ने यहां तक बताया कि ये एक चीप अपने साथ रखता है अगर इसे पता चल गया कि आज किसी बेकसुर किसान को फंसाना है तो ये अपनी टीम को सक्रिय करता है और फिर उसकी रैंकी करके उसकी गाड़ी में वो चीप चिपका देता है जिससें उसकी लोकेशन बराबर मिलती रहें फिर एक स्थान पर दबिश देकर पकड़ा जाता है और लाखों रूपये में तोड़बट्टा किया जाता है सूत्रों ने तो यह भी बताया कि जब तोड़बट्टा हो जाता है तो उक्त अफीम को ये विनोद अपने पास रख लेता है । फिर तस्करों को उसे ओने पौने दाम में बैच कर डबल रूपये कमा लेता है।
तस्करों से भी सांठगाठ-
वही सूत्रों ने यह भी बताया कि इसने अपने गुर्गो को सभी तरफ फैला रखा है उनका काम तस्करों पर नजर रखना है और फिर जिस तस्करी लांबी से ये जुड़ा है उन तक खबर पहुंचना और सामने वाली गैंग के तस्करों पर केस बनाने का काम भी ये करता है जिसे लेकर भी तस्करों में इसको लेकर बड़ी नाराजगी है कुल मिलाकर विनोद उर्फ मूल्ला ने अपने कारनामों से इतनी सुर्खिया बटोर ली है कि अब इसकी चर्चाए चौपाल पर होना आम बात है।
कही दीपक यादव व एमके किशोर का साथी तो नही विनोद
वही सूत्रों ने यहां तक बताया कि राजस्थान कोटा के एक अफसर के साथ मिलकर विनोद नागदा उर्फ मूल्ला सिडीकेट को ऑपरेट करता है ऐसे में शशांक यादव घूसकांड का जो मामला सामने आया है उसमें विनोद से भी पूछताछ की जाए तो पूरी चेन का खुलासा हो सकता है कि कैसे फर्जी केस बनाने का रैकेट ऑपरेट किया जा रहा है
वही सूत्रों ने तो यहां तक बताया कि हमारी खबरें प्रकाशित होने के बाद जांच एजेंसियों के ईमानदार अफसरों ने भी अब इसकी रैंकी करना शुरू कर दी है एक शिकायत भी इसकी बेनामी संपत्ति को लेकर लोकायुक्त व नारकोटिक्स विभाग को हो सकती है।