मंदसौर। जिले के शामगढ़ में एक 7 साल की मासूम के साथ पड़ोस में ही रहने वाले 17 साल के नाबालिग ने छेड़छाड़ की। बच्ची के पिता का आरोप है कि जब वे रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने समझौता करने का दबाव बनाया। अब परिवार न्याय की मांग को लेकर बस स्टैंड स्थित मंदिर के सामने धरने पर बैठा है।
घटना 25 अप्रैल की रात की है। शामगढ़ में रहने वाली 7 वर्षीय बच्ची के साथ उसी के पड़ोस में रहने वाले नाबालिग युवक ने छेड़छाड़ की। बच्ची के माता-पिता उसी रात थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी को 25-26 अप्रैल की रात राउंडअप कर अगली सुबह न्यायालय में पेश किया। चूंकि आरोपी नाबालिग था, इसलिए उसे रतलाम के बाल संप्रेषण गृह भेजा गया।
घटना के 4 दिन बाद यह मामला तब सुर्खियों में आया जब बच्ची के पिता ने शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे तो टीआई ने उन्हें घंटों बैठाए रखा। इसमें बाद टीआई ने कहा कि ऐसे मामलों में थाने पर नहीं आते हैं। बाहर सेटलमेंट कर लेना चाहिए। अपनी बेटी को कोर्ट के चक्कर लगवाओगे यह अच्छी बात नहीं है।
टीआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग
इसके विरोध में बुधवार को बच्ची की मां उसे लेकर शामगढ़ बस स्टैंड स्थित शिव-हनुमान मंदिर के सामने धरने पर बैठ गई। पिता का कहना है कि अगर तीन दिन में टीआई पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं भोपाल जाकर मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना दूंगा।
आरोपों को किया खारिज-
इस संबंध में जब टीआई धर्मेंद्र शिवहरे से चर्चा की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उनका कहना है कि बच्ची के परिवार के आते ही हमने तुरंत महिला अधिकारी बुलाकर कार्रवाई की। बच्ची का मेडिकल कराया गया और आरोपी को उसी रात पकड़ा। अगले दिन उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया।