शाजापुर। मोहर्रम पर्व के अवसर पर शुक्रवार रात 11 बजे शाजापुर शहर के ऐतिहासिक छोटा चौक से एशिया का सबसे बड़ा दुलदुल बड़े साहब का जुलूस पारंपरिक श्रद्धा, हर्षाेल्लास एवं अद्भुत नजारे के साथ निकाला गया। मोहर्रम कमेटी के सदर इमरान खरखरे की सदारत में निकले इस ऐतिहासिक जुलूस में हजारों की संख्या में अकीदतमंद समाजजन शरीक हुए।
जुलूस छोटा चौक से प्रारंभ होकर सिंधी मार्केट, बड़ा चौक, मिरकला बाजार, कसाईबाड़ा होते हुए किला रोड तक पहुंचा, जहाँ बड़े साहब की प्रतीकात्मक दौड़ लगाई गई। इस अनूठे दृश्य को देखने के लिए पूरे शहर से लोग जमा हुए और जुलूस स्थल जनसैलाब में तब्दील हो गया।
जुलूस के दौरान अखाड़ों के युवाओं ने तलवारबाज़ी, लकड़ी बाज़ी और अन्य शौर्य प्रदर्शन से उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। विशेष रूप से मोहर्रम कमेटी के सदर इमरान खरखरे ने लकड़ी बाजी में अपनी कला का शानदार प्रदर्शन कर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी।
युवाओं ने पूरी रात बड़े साहब को अपने कंधों पर उठाए रखा और या अली, या हुसैन के नारों से वातावरण को मातमी रंग में रंग दिया। यह आयोजन आस्था, परंपरा और उत्साह का एक जीवंत प्रतीक बना।
इस विशाल जुलूस के दौरान पुलिस प्रशासन भी सतर्क रहा। सुरक्षा के लिए शहरभर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, जिससे आयोजन शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
इस ऐतिहासिक आयोजन में मोहर्रम कमेटी के सरपरस्त शेख शमीम उर्फ शम्मू, सलीम ठेकेदार, सीरत कमेटी के सदर हनीफ उर्फ हन्नू, आलम के सदर समीर बाबूजी, सफदर अली भाई, मिर्जा सोहराब बेग, अजीज नेता, पप्पू भाई सदर, इरशाद खान, शकील वारसी, असगर अली भाई, शायर हनीफ राही, बाबू भाई इरिगेशन, मुंशी भाई, जाकिर हुसैन, सैय्यद आबिद अली, सैय्यद अनवर अली, मरगु भाई, भैय्यू भाई, सुक्का भाई, कय्यूम नेता, आफताब भाई, शेख जमील जम्मू, लालू उस्ताद, अकिल नूर मंडी, सद्दाम नेता सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, समाजजन और श्रद्धालु उपस्थित रहे।