भोपाल। मंगलवार को भोपाल में विधानसभा सभाकक्ष में सीएम शिवराज सिंह चौहान से मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के नेतृत्व में सकल जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर झारखंड स्थित जैन तीर्थ सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तित न करते हुए तीर्थ क्षेत्र घोषित करने के संदर्भ में आग्रह कर ज्ञापन सौंपा, साथ में जस्टिस अभय गोहिल, जस्टिस एन.के. जैन पूर्व मंत्री जयंत मलैया, पारस जैन, विधायक शैलेंद्र जैन, पूर्व विधायक सुरेन्द्र पटवा, आईएएस शोभित जैन, आईपीएस पवन जैन मौजूद थे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उक्त संदर्भ में जैन प्रतिनिधिमंडल को आश्वत करते हुए कहा कि वे जैन समाज की भावना को ध्यान में रखते हुए आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से फोन पर चर्चा कर जल्द ही समाज के पक्ष में निर्णय लेने के लिए आग्रह करूंगा।
सखलेचा ने बताया कि झारखंड स्थित सम्मेद शिखर स्थल पर अनंत संतों की मोक्ष स्थल चौबीसी के शंकर भगवान भी पधारे हैं। उस जगह पर कई मुनियों ने तपस्या करके निर्वाण प्राप्त किया है, वह एक आस्था का केंद्र है जिसे झारखंड सरकार ने पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है। सखलेचा ने कहा, जैन समाज की आस्था को इस फैसले से ठेस पहुंची है, हम सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह यह मांग करते हैं कि जैसा भी वह क्षेत्र है, उसी स्थिति में यथावत रखा जाए या तीर्थ स्थल घोषित किया जाए।
सीएम शिवराज सिंह को मंत्री सखलेचा ने बताया कि श्री सम्मेद शिखर जी अगर पर्यटन स्थल घोषित होता है तो वहां मांस, मदिरा की बिक्री होगी, पेड़ों की कटाई होगी, पत्थरों का अवैध खनन होगा, इससे हमारे संतों के मोक्ष स्थान सम्मेद शिखर प्रदूषित हो जाएगा, इसलिए इसको रोका जाए। इस दौरान जैन समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक मांग पत्र सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौंपा है।
इस दौरान एडवोकेट हरीश मेहता, राजीव जैन राज, सीए हेमंत जैन, आनंद तारण, राकेश जैन अनुपम, सुनील जैन, सुनील गोठी, शरद जैन नन्नूमल, मनोज जैन बांगा, आलोक पंचरतन, मनोज प्रधान, रवीन्द्र जैन, अरविन्द सुपारी, मनोज जैन आरएम, हुकुमचन्द जैन, अमित टडैया, नील चौधरी, एनपीटी विनोद जैन, एडवोकेट अभिषेक जैन, संजय जैन मुंगावली, प्रदीप सोगानी, नेमीचन्द जैन उपस्थित थे।