नीमच। झारखंड सरकार ने सम्मेद शिखरजी की पावन धरा जहां तीर्थंकर भगवान को मोक्ष प्राप्त हुआ संपूर्ण जैन समाज के अनुयाई इस धरा के कण-कण में तीर्थंकर भगवंतओं का वास मानते हैं और बड़ी श्रद्धा भक्ति से पूजन अर्चना सदियों से करते आए हैं। आज उसी पावन धरा को झारखंड की निष्कर्षट सरकार शिखर जी जैसी पावन धरा को वन्य जीव आवरण और इको फ्रेंडली जोन घोषित कर मुर्गी और मछली पालन केंद्र खोलने का प्रस्ताव लेकर आई है जो अत्यंत ही निंदनीय कदम है। इस कृत्य से संपूर्ण समाज आहत है और इसके विरोध में दीक्षा लेकर मुनि धर्म को ग्रहण करने वाले साधु संत भी इस पावन धरा की रक्षा के लिए आज झारखंड सरकार की निंदा कर रहे हैं और केंद्र सरकार से निवेदन कर रहे हैं कि इस फैसले को तत्काल बदला जाए कल दिनांक 21.12.2022 को जैन समाज द्वारा भारत बंद का आह्वान भी किया गया है।
हमारा समस्त भारत के जैन धर्मावलंबियों से निवेदन है कि उक्त पावन भूमि को बचाने के लिए सड़कों से ज्यादा विधानसभा और लोकसभा में नेतृत्व करने वाले जैन विधायक और सांसद खुलकर समाज के साथ नहीं आएंगे हम कहीं ना कहीं प्रयास में पीछे रह जाएंगे प्रत्येक समाज जन अपने क्षेत्र में चुने गए जैन विधायकों और जैन सांसदों को तत्काल ज्ञापन सौंपकर इस विकट परिस्थिति में समाज के साथ खड़ा होने के लिए बाध्य करें और सरकार को भी यह चेतावनी दें कि आज संपूर्ण भारत के बजट में प्राप्त होने वाले पैसे में सबसे ज्यादा टैक्स जैन समाज द्वारा ही दिया जा रहा है अगर इस गलत फैसले पर तत्काल विचार नहीं हुआ तो हम अपना व्यवसाय बंद कर टेक्स् को रोक देंगे यह चेतावनी भी सरकार को सही दिशा के लिए सोचने पर मजबूर करेगी और जरूरत हुई तो हमें सरकार को देने वाला टैक्स भी रोकना चाहिए।
बड़ी विनम्रता से यही निवेदन
दिलीप जैन(छाजेड़)
मनीष जैन (मारू)
नीलेश जैन (कोठारी )
शिखर जैन (बाफना )
निलेश जैन (मारु)
दीपक जैन (विरानी)
निमिष जैन (चेलावत )
गिरिराज जैन( सोनी)
विनय जैन (पगारिया)
अंकुर जैन
अजय जैन (मेहता)
नवनीत जैन
जैन मित्रगण नीमच एवं संपूर्ण भारत