झालावाड़। शहर के खण्डया चौराहे पर श्रीराम मंदिर पर संत देबू गाडगे बाबा की पुण्यतिथि के अवसर पर धोबी समाज द्वारा कार्यक्रम रखा गया। जिसमें समाज के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर समाज के दिव्यांग पार्षद संजीव वर्मा ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। जिसके अनुसार राजस्थान के प्रत्येक जिले में छात्रों के लिए संत गाडगे बाबा के नाम से छात्रावास की मांग की गई और संत गाडगे बाबा की जयंती एवं पुण्यतिथि कार्यक्रम राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय मनाने की भी माँग संजीव वर्मा द्वारा रखी गई।
संजीव वर्मा ने बताया कि गाडगे बाबा लोकसेवा और स्वच्छता के प्रतीक थे, जिन्होंने झाड़ू, श्रमदान और पुरूषार्थ को अपना हथियार बनाया। उनके कार्यों को लोगों ने सराहा और उनका अनुसरण किया। गाडगे उस परम्परा के संत थे, जो कबीर से लेकर रविदास, दादू, तुकाराम और चोखामेला तक आती है। उन्होंने गांव-मोहल्ले की साफ-सफाई से लेकर धर्मशाला, तालाब, चिकित्सालय, अनाथालय, वृद्धाश्रम, कुष्ठ आश्रम, छात्रावास, विद्यालय आदि का निर्माण, श्रमदान व लोगों से प्राप्त आर्थिक सहयोग से किया। गाडगे बाबा, अपने कार्यों से, उन प्रतिकूल परिस्थितियों में भी, इतिहास का एक चमकदार अध्याय बन गये। गाडगे बाबा डॉ आंबेडकर के सभी कार्यक्रमों की सराहना करते थे, उन्हें प्रोत्साहित करते थे। उन्होनें हिंदू धार्मिक ग्रंथों की अमानवीय मान्यताओं और संहिताओं का प्राण-पण से विरोध किया।
कार्यक्रम में राजू नैनवाया, प्रकाश बाथला, संजीव वर्मा, राजेश खरनिवाल, सोनू खरनिवाल, मोहित खरनिवाल, किंशु खरनिवाल, दिलीप नैनवाया, लोकेश चौहान आदि उपस्थित रहे।