मोरवन। गौमाता की चरण धूल जिस घर में पढ़ती है उस घर में सदैव लक्ष्मी का वास होता है। भगवान भोलेनाथ ने विष पीकर समाज को यह संदेश दिया है कि इस संसार में काम, क्रोध, मद, लोभ, ईर्ष्या जितने भी अवगुण है वह मुझे समर्पित करें और बदले में जन कल्याण का आशीर्वाद प्राप्त करें।
यह बात अरावली की पर्वत श्रृंखला में स्थित प्राचीन स्थल साण्डेश्वर महादेव में चल रही सात दिवसीय शिवमहापुराण के चतुर्थ दिवस की कथा में व्यास पीठ से पूज्य श्री श्री डॉक्टर 1008 हेमानंद जी सरस्वती महाराज (मोझी बाबा पावन धाम तीर्थ कोटा) ने कही। आगे कथा में कहा कि बेटियां घर आंगन का स्वर्ग होती है उनके चरण जब आंगन में पढ़ते हैं निश्चित रूप से परमपिता परमात्मा की कृपा वर्षा जरूर होती है।
आज की मुख्य कथा में शिव पार्वती विवाह का अद्भुत झांकी के द्वारा वर्णन किया गया। ढोल नगाड़े और आतिशबाजी के द्वारा भगवान भोलेनाथ की बारात प्रांगण तक पहुंची। हजारों की संख्या में लोगों ने बारात में शामिल होकर अपने आपको धन्य किया। श्री शिव शक्ति आश्रम से श्री कृष्णानंद जी गिरि जी महाराज की पावन उपस्थिति रही। महापुराण समिति के द्वारा माता पार्वती का कन्यादान करने का सौभाग्य प्राप्त किया पूज्य डॉक्टर स्वामी जी महाराज भागवत में पीएचडी, एमए संस्कृत, अखिल भारतीय साध्वी शक्ति परिषद के कोषाध्यक्ष साथ ही मोझी बाबा पावन धाम आश्रम के अध्यक्ष और महंत है। लालपुरा अंचल के लगभग 32 गांव से श्रद्धालु भक्तगण पधारे थे।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि में डॉक्टर बाबूलाल नागदा, ओम प्रकाश धाकड़ कनेरा, डॉक्टर तिवारी जावद, जगन्नाथ लोहार, जेके इंजीनियर जावद, भगवान धाकड़ सरसी, दिनेश गगरानी जावद, लक्ष्मी दत्त भट्ट, मुकेश जाट रूपपूरा, रामलाल, गंगाराम अहीर चोकानखेडा, रामलाल सुरावत रतनपुरा, रतन लाल शर्मा मोरवन अदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन श्री साण्डेश्वर महादेव मंदिर निर्माण समिति ने किया साथ ही कार्यक्रम का संचालन कवि योगेश शर्मा मोरवन ने किया।