चित्तौड़गढ़। ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र प्रताप नगर पर न्यू ईयर मनाया गया। जिसमें राजयोगिनी आशा दीदी जी ने सभी नगर वासियों को नव वर्ष की बधाइयां देते हुए कहा कि प्रशंसा सुनना या प्रशंसा करना मनुष्य आत्मा की नेचर है दुनिया में कौन है जिसे अपनी प्रशंसा सुनना अच्छा लगता है हम सब जानते हैं मनुष्य अपने कर्मों से ही प्रशंसा के लायक बनते हैं हमारा लक्ष्य अच्छा करने का हो ना की प्रशंसा सुनने का उन्होंने कहा अगर कार्य सच में अच्छा है तो प्रशंसा स्वत: पीछे पीछे आती है जैसे मनुष्य महान कर्म से प्रशंसा के लायक बनता है ऐसे ही प्रशंसा करने के लिए भी महान बनना पड़े क्योंकि प्रशंसा करना ही महानता को दर्शाती है और प्रशंसा वही करता है जो दूसरों को आगे बढ़ाने की भावना रखता है दूसरों में विशेषताएं देखता है बड़े दिलवाला ही किसी के अच्छे कार्यों की प्रशंसा कर सकते हैं।
प्रशंसा के फायदे बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रशंसा को सुन मनुष्य को एक पॉजिटिव मोटिवेशन मिलता है। खुशी मिलती है, हिम्मत आती है, प्रोत्साहन मिलता है। जब किसी के कार्य की तारीफ की जाती है तो कार्य की सारी थकान भूल जाती है और उस कार्य को बार-बार करने का उमंग आता है। प्रशंसा के शब्द आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। कोई अपनी प्रस्तुति देता है तो ताली बजा कर उसका उमंग उत्साह बढ़ाया जाता है।
उन्होंने बताया कि प्रशंसा करना 1 गुण है व्यक्ति के अच्छे कार्यों को देख प्रशंसा जरूर करें लेकिन ध्यान रहे हद से ज्यादा यह बार-बार बिना मतलब प्रशंसा करके किसी को अभिमानी ना बनाएं किसी में कोई कमी है तो साथ-साथ उस तरफ भी उनका ध्यान खींचवाए कई बार हम सोचते हैं कि तारीफ करने से शायद सामने वाले का विकास रुक सकता है इसलिए जहां तारीफ करनी चाहिए वहां चुप रह जाते हैं। लेकिन कमजोरियां देख शिक्षा देने से पीछे नहीं हटते आध्यात्मिकता हमें सिखाती हैं कि सब की विशेषताएं देखें क्योंकि भगवान ने हर आत्मा में कोई न कोई विशेषता अवश्य भरी है उसे परख कर उसका सम्मान करें तारीफ करें क्योंकि जो हम देखते हैं वही हमारे अंदर ग्रहण होता है किसी की अच्छाई को देख पाना भी हमारी एक विशेषता बन जाती है तो क्यों नहीं आज से इस नए वर्ष में हम अपने जीवन का एक नया नियम बनाएं इस सब के अच्छे कार्यों की प्रशंसा करें। परिवार में एक दो का छोटे-छोटे कार्यों में आभार व्यक्त करें, प्रशंसा करें। ऐसा करने से हम न केवल एक दो के प्रिय परिवार के प्रिय बल्कि प्रभु परमात्मा के भी प्रिय बन जाएंगे नए वर्ष में सभी भाई बहनों ने यह संकल्प लिया कि हम कभी किसी की कमजोरी नहीं देखेंगे सभी की विशेषताओं को देखेंगे और विशेषताओं का ही वर्णन करेंगे सदा संतुष्ट रहेंगे और सबको संतुष्ट करेंगे।