मंदसौर। नगर पालिका की लिफ्ट में नगर पालिका के बाबू राजेंद्र नेमा अटक गए। गनीमत रही कि कुछ समय बाद निकल गए, नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी। सुरेन्द्र कुमावत कांग्रेस कमेटी सचिव ने मीडिया को बताया कि ये भ्रष्टाचार और भाजपा दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची बन चुके हैं। किसी भी निर्माण में भाजपा नेताओं को भ्रष्टाचार राशि न मिले तो उस निर्माण को रोक देते हैं। जैसे चम्बल योजना खा गए पूरी जनहितेशी योजनाओं को निगल गए। लिफ्ट की योजना मन्दसौर के दिव्यांग के लिए थी। जिस दिन शुरू की गई उस दिन भी उलझ गई थी और आज तक यही क्रम चल रहा हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि खुद नगर पालिका का कर्मचारी उसमें बंद हो गया और लिफ्ट बीच में अटक गई और वह कर्मचारी बीमार था। कोई बड़ी घटना घट सकती थी। इस तरह की घटना से नगर पालिका परिषद को और नेताओं, प्रशासन को सबक लेना चाहिए कि लिफ्ट का सुधार होना चाहिए, क्योंकि लिफ्ट दिव्यांग, बीमार व्यक्ति के लिए ही लगाई गई है।