चित्तौड़गढ़। चितौड़गढ़ सरस्वती जयंती और गणतंत्र दिवस के मौके पर सारस्वत ब्राह्मण समाज सेवा संस्थान चित्तौड़गढ द्वारा भजन एवं भक्ति गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया गया। संस्थान जिलाध्यक्ष महेंद्र जोशी ने बताया कि बसंतोत्सव पर मुख्यवक्ता अयोध्या के आचार्य प्रवर डॉक्टर स्वामी रामानंद महाराज ने माँ शारदे को माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की गई। उन्होंने कहा कि पतझड़ के बाद बसंत ऋतु का आना निराशा से आशा की और बढ़ने का संकेत है। पर्यावरण की रक्षा पर प्रकाश डालते हुए आपने कहा विख्यात लेखकों का संदर्भ देते हुए समाज से अपील की कि पृथ्वी और प्रकृति को बचाने के उपाय करने होंगे।
इससे पूर्व गायिका अर्पिता छाबड़ा, मधु छाबड़ा ने अपनी मधुर आवाज से भक्ति रस की धारा बहाई। विजय मलकानी ने मां शेरावालीये गाकर श्रोताओं की तालियाँ बटोरी। कार्यक्रम के दौरान अयोध्या के ही संत मानस महाराज ने क्लासिकल भक्ति गीत गाकर श्रोताओं को बांध दिया। संचालन वीसीसीआई अध्यक्ष अरविंद व्यास ने किया। समारोह में राजकुमारी ओझा, सूरजभान सारस्वत, प्रीति सारस्वत, ओम प्रकाश जोशी, त्रिलोक छाबड़ा, छन्यात ब्राह्मण समाज अध्यक्ष योगेश सारस्वत, प्रदेश विप्र फाउंडेशन सचिव सत्यनारायण ओझा, शांतिलाल भराड़िया उपाध्यक्ष एवं भरत माहेश्वरी संयुक्त सचिव श्री सांवलिया बहुउद्देशीय विकलांग सेवा संस्थान चित्तौड़गढ, पीयूष जोशी सहायक उपाध्यक्ष वंडर सीमेंट चित्तौड़गढ़, शेखर कुमावत आर्किटेक्ट, विप्र फाउंडेशन संरक्षक गोपाल शर्मा, विप्र महिला अध्यक्ष अल्का चतुर्वेदी, रामरतन कुमावत, दिनेश आगाल, प्रहलाद पाराशर उपस्थित थे।