सरवानिया महाराज। ग्राम धामनिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा शताब्दी वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रविवार को विशाल पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन का जगह-जगह ग्रामीणों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
प्रातः शासकीय प्रा विद्यालय परिसर में स्वयंसेवक एकत्र हुए एवं ध्वज प्रणाम, संघ प्रार्थना कर पथ संचलन शुरू किया गया। जो बस स्टेण्ड चौराहा, बाजार, रावत मोहल्ला सहित मुख्य मार्गो से होते हुए पुनः विद्यालय परिसर पहुंच कर संपन्न हुआ। जहां जिला जिला कार्यवाह मुकेश मेघवाल, वक्ता ने अपने उद्बोधन में बताया कि संघ का मुख्य उद्देश्य लोगों में राष्ट्रीयता की भावना का विकास करना है। वर्ष 1925 में डॉ साहेब हेडगेवार द्वारा आप जैसे चार, पांच स्वयंसेवक को लेकर नागपुर के मोहितो के बाड़े में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना करी जो विश्व के कई देशों में आज कार्य करता है। इससे जुड़े लाखों करोड़ों लोग देश में समाज सेवा का कार्य करते है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के बाद से लगातार संघ सेवा से लेकर हिंदू समाज में आत्मविश्वास व स्वाभिमान के साथ हर क्षेत्र में कार्य कर रहा है। पहले संघ संगठन श्रेणी तीन परकल्पो शारिरिक, बौद्धिक, व्यवस्था पर कार्य करता था आज संघ कई और परकल्पो जैसे सेवा भारती, धर्म जागरण, पर्यावरण, समग्र ग्राम विकास ऐसी और कई प्रकल्प है जिस पर हर कार्य क्षेत्र में संघ कार्य करता है। आपने देखा ही कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी संघ ने सेवा भारती के माध्यम से सेवा का कार्य किया है।
पथ संचलन में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने सहभागिता ली। पथ संचलन में स्वयंसेवक घोष की ताल पर कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। इस अवसर पर मंडल कार्यवाह गणपत पाटीदार, मंडल विस्तारक सुरेश राठौर, मधुसूदन पाटीदार व सैकड़ों स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।