नीमच। शहर के बगीचा नम्बर 4 निवासी 45 वर्षीय उस्माना स्वसहायता समूह से जुडकर समूह के माध्यम से अचार पापड एवं सिलाई का कार्य कर आर्थिक रूप से सशक्त बन गई है। उस्माना, रानी स्वसहायता समूह की सदस्य है। समूह से नसरीन बी, मदीना बी, शबीना बी, शबनम बी, मैफूजा बी, रशीदा बानों शबाना बी आदि महिलाएं भी सदस्य के रूप में जुडी हुई है। रानी स्वसहायता समूह के न.पा.नीमच से एन.यू.एल.एम.योजना में दस हजार रूपये की आवर्ती निधि मिली है। इससे समूह ने अचार, पापड बनाने का गृह उद्योग स्थापित किया है।
रानी स्वसहायता समूह को एचडीएफ बैंक के माध्यम से 2.50 लाख का ऋण भी मिला है। इससे उस्माना और समूह की महिलाओं ने मिलकर अचार , पापड बनाने का गृह उद्योग स्थापित किया है। साथ ही सिलाई का काम भी किया जा रहा है। समूह का यह गृह उद्योग चल निकला और अच्छी आमदनी होने लगी। समूह की महिलाओं ने बैंक का लोन भी चुका दिया है। मात्र चार किश्तों का भुगतान शेष है।
समूह की महिलाएं अचार, पापड बनाने का कच्चा माल अहमदाबाद से खरीद कर लाती है और अचार, पापड तैयार कर स्थानीय बाजार में विक्रय करते है। इससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। समूह से जुडकर उस्माना व अन्य सदस्य महिलाएं अब अपना गृह उद्योग सफलतापूर्वक संचालित कर आर्थिक रूप से सशक्त बन गई है। इसके लिए उस्माना प्रदेश सरकार को धन्यवाद दे रही है।
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