नीमच। मनासा पुलिस कस्टडी में गिरफ्तार एक युवक की मौत के आरोप को लेकर जिला अस्पताल नीमच में परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि 45 वर्षीय चरत पिता पन्नालाल निवासी बरड़िया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पुलिस कस्टडी में हुई है। जबकि पुलिस का कहना है कि चरत का स्वास्थ्य बिगड़ने से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों अनुसार मनासा के समीप बरडिया निवासी 45 वर्षीय चरत पिता पन्नालाल को मंगलवार सुबह मनासा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। चरत के परिवार वालों का कहना है कि जीवन आर्य पिता राम रतन और अरविंद पिता रामरतन ने नियम विरुद्ध स्वर्गीय शांताबाई की जमीन अपनी बेटियों के नाम करा ली थी। जिसे लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते पुलिस ने रिश्वत लेकर कुल 17 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी। जिसके बाद मनासा पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें मृतक चरत पिता पन्नालाल भी शामिल था। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर रिश्वत लेकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया हैं। परिजन के अनुसार पुलिस पर जीवनसिंह से रिश्वत लेकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया हैं। परिजनों ने बताया कि चरत की रात्रि में मौत हो गई। सूचना भी नही दी। परिजनों सुबह 6 बजे चाय देने गए तब पुलिस ने बताया की चरत की तबियत खराब होने से नीमच अस्पताल ले गए। जिसके बाद परिजन नीमच पहुंचे। यहां पता चला कि चरत की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि मनासा पुलिस के होते हुए मौत कैसे हुई।जमीन विवाद पूर्व में जीवन, राहुल, रानी, अरविंद से जमीन का विवाद था। समाज की बैठक में भी चरत के पक्ष में आ गया था फिर भी मनासा पुलिस हमारी नही सुन रही थी। पुलिस एक तरफा कार्यवाई कर रही थी। सुबह जिला चिकित्सालय पर मामले की पड़ताल करने पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी भी पहुंचे। जिला अस्पताल में बादशाह समाज और परिजनों की भारी भीड़ इकट्ठा है। मनासा और नीमच कैंट पुलिस भी मौजूद है।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद गांव बरड़िया से मृतक कई परिजन मनासा थाने पर पहुंचे। जहां स्थिति को देखते हुए थाने पर भारी पुलिस बल तैयार है। मौके पर स्थिति तनाव पूर्ण बनी हुई है।