खरगोन। जिला पंचायत सीईओ ज्योति शर्मा मंगलवार को जनपद पंचायत महेश्वर की ग्राम पंचायतों के भ्रमण पर रही। उन्होंने इस दौरान जल संरक्षण के लिए चल रहे विकास और जीर्णाेद्धार के कार्यों का जायजा लिया। साथ ही निर्माण कार्याे की गुणवत्ता को लेकर तकनीकी अधिकारियों में उपयंत्रियांे और सहायक यंत्रियों से कहा कि अमृत सरोवरों और बावड़ी में समाने वाले जल की हर एक बूंद कीमती है। किसी भी तकनीक की खामी से जल वेस्टेज न जाये। इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखे। उन्होंने लाडवी में बावड़ी जीर्णाेद्धार का कार्य देखा। महेश्वर जनपद पंचायत में 16 बावडियों का जीर्णाेद्धार कार्य किया जा रहा है। सभी बावडियों के कार्य आने वाले 10 दिनों में पूर्ण करने के निर्देश दिए है। वही महेश्वर जनपद पंचायत में 22 अमृत सरोवर बनाये जा रहे है। सभी अमृत सरोवर का स्थल निरीक्षण कर पडल भराई की गुणवत्ता की जांच करते हुए पड़ल में कांप्लेक्शन व काली मिट्टी का प्रयोग करने की हिदायत दी गई। जिले में 162 अमृत सरोवरों में 87 गत वर्ष के है तथा वर्तमान में प्रगतिरत सभी अमृत सरोवरों को 30 मई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरिफ खान, परियोजना अधिकारी श्याम रघुवंशी, सहायक यंत्री दिनेश पाटील, एपीओ पवन यादव, उपयंत्री मनोज साँवले, सतीश चौहान तथा ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव उपस्थित रहे। इस दौरान मजदूरों से चर्चा कर उनको मिलने वाली राशि व समस्या की जानकारी भी ली।
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